एप्पल अपना यह नया प्रोडक्ट वेडनेसडे को बाजार में उतारा था. उधर, ब्लैकबेरी बनाने वाली रिसर्च इन मोशन (आरआईएम) कम्पनी भी जल्द ही बाजार में प्लेबुक लाने जा रही है, जो 10 इंच के आईपैड के मुकाबले सिर्फ 7 इंच का  होगा. पिछले साल अप्रैल में एप्पल ने जो आईपैड लांच किया था उसकी करीब डेढ़ करोड़ यूनिट बिक्री हुई थी, जिससे उसके रिवेन्यू में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.

मंदी के कारण एप्पल के शेयर की कीमत ट्यूजडे को हालांकि नीचे गिर गई थी, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि आईपैड2 के बाजार में आने के साथ ही उसका बाजार और बिजनेस  बढ़ेगा. पिछले साल अप्रैल में आईपैड लांच करने के बाद उसके शेयर की कीमत में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.जानकारों के अनुसार मार्केट को आकर्षित करने के मकसद से  एप्पल ने आरआईएम के प्लेबुक से पहले ही आईपैड2 लांच किया है. आरआईएम सितम्बर में प्लेबुक लांच करने जा रहा है. हाल ही में हुए एक सर्वे में भी कहा गया है कि आईपैड  जैसी छोटी तकनीक कॉर्पोरेट ऑफिसेज को खूब पसंद आएगी.

अगले दो साल में ऐसी तकनीक 50 प्रतिशत कम्पनियों की पहली पसंद होगी. यह सर्वे कैलीफोर्निया की रॉबर्ट हाफ  टेक्नोलॉजी ने कराया था.आरआईएम के प्लेबुक के साथ-साथ मोटोरोला, गूगल क्रोम, सिस्को सियस, डेल स्ट्रीक, हेवलेट पैकार्ड पाम पैड भी बजार में छोटे से छोटा उपकरण लाने जा रहा है.आरआईएम का प्लेबुक आईपैड को कड़ी टक्कर देने वाला साबित हो सकता है.

हालांकि अपना बाजार बढ़ाना इसके समक्ष एक महत्वपूर्ण चुनौती होगी, लेकिन ब्लैकबेरी से जोड़ने  की क्षमता इसकी एक बड़ी उपलब्धि होगी. ब्लैकबेरी का इस्तेमाल करने वाले आईपैड के मुकाबले प्लेबुक को तरजीह दे सकते हैं. साथ ही आईपैड के मुकाबले इसका छोटा आकार  भी इसकी एक अन्य उपलब्धि होगी.