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LUCKNOW : एप्पल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी का रविवार सुबह 8 बजे वैकुंठ धाम में परिजनों ने अंतिम संस्कार किया। विवेक के बड़े भाई राजेश ने उनके शव को मुखाग्नि दी। इस दौरान परिवार के सदस्यों के अलावा यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक और आशुतोष टंडन ने वहां पहुंचकर  विवेक के परिजनों को संत्वाना दी। सुरक्षा व्यवस्था के लिए कई थानों की पुलिस फोर्स भी मौजूद रही। अंतिम संस्कार के बाद कानून मंत्री बृजेश पाठक ने परिजनों का आश्वासन दिया कि विवेक मर्डर केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करने की कोर्ट से अपील की जाएगी ताकि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिल सके।

नहीं पहुंचे डीजीपी
विवेक तिवारी की चिता को उनके बड़े भाई राजेश ने मुखाग्नि दी। विवेक की अंतिम यात्रा में परिवार, रिश्तेदार, सहयोगियों के अलावा भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। वैकुंठ धाम पर चर्चा रही कि डीजीपी ओपी सिंह भी अंतिम संस्कार में शामिल हो सकते हैं। इस चर्चा के बाद मौके पर पुलिस के आलाधिकारी भी पहुंचने लगे। कुछ ही देर के बाद डीजीपी के न पहुंचने की पुष्टि हो गई, जिसके बाद आलाधिकारी वहां से चले गए जबकि मौके पर कई थानों की फोर्स मौजूद रही।
 
परिवार ने मंत्री को याद दिलाया वादा

अंतिम संस्कार के बाद एक बार फिर विवेक के परिवार वालों ने न्याय और मुआवजे की मांग रखी। इस पर मौजूद मंत्री बृजेश पाठक और आशुतोष टंडन से परिवार वालों को आश्वासन दिया कि सरकार उनके साथ है। जल्द से जल्द मुआवजे की रकम के साथ विवेक की पत्नी को नौकरी मिल जाएगी।

आंखों में आंसू और मन में था गुस्सा

वैकुंठ धाम में मौजूद विवेक के परिवार के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। परिवार के लोग अब तक विवेक के साथ हुई इस दर्दनाक घटना को समझ नहीं पा रहे हैं। वहां मौजूद लोगों में पुलिस के खिलाफ  काफी गुस्सा दिखा। इन लोगों का कहना था कि ऐसी गुंडई तो कभी नहीं दिखी। इतना बेलगाम पुलिस कैसे हो सकती है। कुछ लोगों ने वहां मौजूद पुलिस के सामने ही कहा कि विवेचना पुलिस को ही करनी है ऐसे मैं इस बात की क्या गारंटी की आरोपी पुलिस वालों को सजा भी मिल सकेगी।

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