-इलेक्शन डेट और उससे एक दिन पहले है तेज लगन, शहर में होनी है कई सारी शादियां

- इलेक्शन के दिन शादी पड़ने से लोग परेशान, काट रहे हैं परमिशन के लिए प्रशासनिक अधिकारियों के ऑफिस के चक्कर

VARANASI: डीएलडब्ल्यू के रहने वाले राजेश सिंह इन दिनों बड़ी टेंशन में हैं। टेंशन इस बात की हैं कि क्ख् मई को वोटिंग है और सेम डे उनकी बेटी की शादी है। उसी दिन सुबह इलाहाबाद से बारात आनी है इसलिए राजेश बारात को शहर में लेकर आने की परमिशन के लिए हर रोज लगा रहे हैं प्रशासनिक अधिकारियों के ऑफिसेज के चक्कर। दरअसल क्ख् मई को वोटिंग के साथ ही साथ लगन भी काफी तेज है। शहर में कई शादियां होनी है। चूंकि वोटिंग डे पर काफी सख्ती होती है इसलिए जिनके घरों में शादियां हैं वो परेशान हैं सब कुछ अच्छे से निबटाने के लिए। यही वजह है कि आजकल एडीएम सिटी ऑफिस से लेकर डीएम के यहां तक लोग पहुंच रहे हैं परमिशन के चक्कर में।

पहुंच रहे हैं कार्ड संग

वोटिंग डे पर शहर में पड़ी कई शादियों को लेकर प्रशासन भी परेशान है। एडीएम सिटी ऑफिस में क्क् और क्ख् मई को पड़ी शादियों को बगैर किसी परेशानी के पूरा कराने के लिए डेली दर्जनों लोग दौड़ रहे हैं परमिशन के लिए। शादी के कार्ड संग लगी एप्लीकेशन की दर्जनों कापियां कई दूसरे प्रशासनिक अफसरों के यहां भी पड़ी हैं। हालांकि प्रशासन इस दिन शादियों के लिए किसी तरह की परमिशन की कोई जरूरत नहीं बता रहा है।

सख्ती तो रहेगी लेकिन

हर बार इलेक्शन के दिन आयोग की ओर से काफी सख्ती होती है लेकिन इस बारवोटिंग डे पर चुनाव आयोग थोड़ी कम सख्ती करने के मूड में है। इसे देखते हुए वोटिंग के दिन सड़कों पर गाडि़यां दौड़ेंगी। आयोग का ये डिसीजन उन लोगों के लिए राहत भरा है जिनके घर पर शादियां पड़ी हैं। एडीएम सिटी एमपी सिंह के मुताबिक वोटिंग डे के दिन अगर शादियां पड़ी हैं तो उसमे कोई दिक्कत की बात नहीं है और न ही इसके लिए किसी तरह की परमिशन की जरूरत है। बस जिनके घर पर शादी पड़ी हैं उनको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। इससे कोई परेशानी नहीं होगी।

रखें इन बातों का ध्यान

- वोटिंग डे के दिन अगर पड़ी है शादी तो अपनी ओर से रखें पूरी तैयारी

- इस दिन बारात आने या जाने के लिए नहीं लेनी है किसी तरह की परमिशन

- शादी के काम के लिए इस्तेमाल होने वाली गाडि़यों का इस्तेमाल सिर्फ शादी के काम के लिए ही हो

- पोलिंग बूथ से क्00 मीटर के दायरे में शादी में लगे किसी वाहन को खड़ा न करे

- शादी के काम में लगी गाडि़यों में शादी का कार्ड जरूर रखे

- वोट देने जाने के लिए शादी में लगी गाडि़यों का यूज न करे

- शादी के काम में लगी किसी भी गाड़ी पर किसी पॉलिटिकल पार्टी के झंडे या पोस्टर, स्टीकर का यूज न करे

लगन है तेज

- जिले में हैं टोटल ख्भ्97 पोलिंग बूथ

- शहर में मौजूद हैं लगभग डेढ़ सौ से ज्यादा मैरिज लॉन

- भ्0 से ज्यादा मैरिज हॉल भी हैं मौजूद

- क्क् मई को शहर में होनी हैं लगभग क्भ्0 से ज्यादा शादियां

- क्ख् मई को ख्00 से ज्यादा शादियों के लिए बुक हैं लॉन्स और मैरिज हॉल

- सिटी के कई इलाके ऐसे भी हैं जहां मैरेज लॉन्स की है भरमार

- लॉन्स के आस पास ही हैं पोलिंग बूथ

- इनमे महमूरगंज में सबसे ज्यादा हैं मैरेज लॉन्स

- महमूरगंज में ही एक पोलिंग बूथ से महज भ्0 कदम की ही दूरी पर है एक मैरेज हॉल

- इसके अलावा भोजूबीर, चौक समेत कई इलाकों में भी पोलिंग बूथ और कई धर्मशालाएं और मैरेज लॉन्स हैं आस-पास

सिंगल विंडो से हो रहा काम आसान

चुनावों के दौरान आये दिन परमिशन के लिए दौड़ भाग कर रही राजनैतिक पार्टियों और पब्लिक की परेशानी कम करने के लिए प्रशासन की ओर से अब चुनाव तक सिंगल विंडो सिस्टम लागू कर दिया है। एडीएम सिटी ऑफिस में चल रही इस व्यवस्था के तहत किसी भी नुक्कड़ सभा, रैली या फिर किसी सार्वजनिक स्थल पर चुनाव संबधी किसी कार्यक्रम के लिए एक ही जगह से सारी परमिशन दी जा रही हैं।

अगर वोटिंग डे पर शादियां हैं तो वो तो होनी ही हैं लेकिन इसके लिए थोड़ा अलर्ट रहना होगा। जिनके भी घर में शादी हैं वो ये ध्यान रखे कि शादी में लगी गाडि़यों का यूज सिर्फ शादी के काम में हो। अगर ऐसा नहीं हुआ तो गाड़ी भी सीज होगी और गाड़ी में सवार लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी होगी।

-एमपी सिंह, एडीएम सिटी

वोटिंग डे के दिन मेरे एक रिलेटिव के घर पर शादी है। इसलिए हम लोग एडीएम सिटी के यहां परमिशन के लिए गए थे लेकिन वहां पता चला कि परमिशन की जरूरत नहीं है।

-चेतन चौधरी, चौक

क्ख् मई को मेरी कजिन की मैरिज है। बारात बाहर से आनी है। इसलिए बस को शहर में लाने के लिए परमिशन को लेटर दिया है।

-मनीष केशरी, लोहटिया

क्ख् मई को मेरे दोस्त की शादी है। चूंकि इसी दिन वोट भी पड़ने हैं इसलिए परेशानी से बचने के लिए हमने एक एप्लीकेशन एडीएम सिटी ऑफिस में दे दी है।

-मनीष पाठक, गोदौलिया