दो गिरोह पर है शक

 दरअसल, पटेलनगर एरिया के मेहूंवाला, तुंतोवाला, बडोवाला, गोरखुर, आरकेडियाग्र्रांट, बनियावाला सहित बसंत विहार के गोरखपुर व कैंट कोतवाली के प्रेमनगर एरिया में कई गांव के लोग बीते कई दिन से खौफ के साये में जी रहे है। दहशत का कारण कुछ और नहीं बल्कि बावरिया गिरोह के बदमाश हैैं.जिनकी  दस्तक गांव वाले कई बार महसूस कर चुके हैैं। एक क्षेत्र के लोग सजग होकर पहरा देते हैैं तो दूसरे गांव में बदमाशों की धमक सुनाई पडऩे लगती है। हाल यह है कि ग्र्रामीणों की बात पर पुलिस भी विश्वास करने को तैयार नहीं है। जिस कारण ग्र्रामीणों का पुलिस से पूरी तरह विश्वास उठ चुका है और उन्होंने खुद ही अपनी सुरक्षा का जिम्मा संभाला हुआ है।

 नही खुल पा रहा गैैंग का सच

परेशान लोगों की माने तो गांव में बदमाश बेखौफ होकर घूम रहे हैैं। रात गहराते ही वे जंगल और खेतों से निकलकर गांव में दस्तक देते हैैं। जिसके बाद गांव में हो हल्ला शुरू हो जाता है। ग्र्रामीण घर  से बाहर निकल आते है और मस्जिद से खुद ही अपने जान माल की सुरक्षा करने की मुनादी कर दी करवा दी जाती है। जिसके बाद महिलाएं और बच्चे घर में कैद हो जाते हैैं और पुरुष लाठी डंडे लेकर सड़क पर निकल पड़ते हैैं। कोई अपने घर की रखवाली करता हुआ नजर आता है तो कोई अपनी दुकान की। हालत इस कदर बुरे हैैं कि रात को इन गांव से कोई अनजान गुजरता है तो ग्र्रामीण पूरी तहकीकात करने के बाद ही उसे आगे जाने देते हैैं।

ग्र्रामीणों को कर चुके घायल

करीब 12 दिन पहले गैैंग ने सबसे पहले पित्थूवाला गांव में दस्तक दी थी। रात करीब साढ़े ग्यारह बजे एक दर्जन से अधिक हथियार बंद बदमाश गांव में घुसे थे लेकिन, वे किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे पाते इससे पहले ही  ग्र्रामीणों ने उन्हें देखकर हल्ला मचाना शुरू कर दिया। जिसके बाद पूरा गांव जग गया और सभी ने बदमाशों का पीछा करना शुरू कर दिया। दो बदमाश को तो स्थानीय जनता घेरने में भी कामयाब रही लेकिन, हथियारों से लैस बदमाश ग्र्रामीणों को घायल कर भाग निकले।

फसल भी हो रही चौपट

बावरिया व कच्छा धारी गैैंग के बदमाश दिन भर जंगल और खेतों में छुपे रहते हैैं और रात के अंधेरे में आबादी के बीच घुस जाते हैैं। ग्र्रामीण जब इनका पीछा करते है तो वे खेत और जंगल की तरफ भाग निकलते हैैं। कड़ी मेहनत के बाद हुई फसल की पैदावार को इस भाग-दौड़ के बीच काफी नुकसान हुआ। लोगों के सामने दोहरी चुनौती बनी हुई है एक तरफ वे बदमाशों को पकडऩे में जान लगा रहे हैैं तो दूसरी ओर उन्हें अपने फसल की चिंता भी सताने लगी है।

खौफ में हैैं लोग

पुलिस की माने तो ये सब केवल भ्रम मात्र है। एक बार सपेरा गैैंग सिटी में घुसा था जिसके सदस्य गिरफ्तार किए गए। उसके बाद जो कुछ हो रहा है वह लोगों की दहशत भर है। कच्छा धारी या बावरिया गैैंग इस तरह के अटैक नही करता जैसा बताया जा रहा। दोनों ही गैैंग देर रात हमला करते हैैं जबकि, जो सूचनाएं आ रही हैैं वे रात 8-9 के बीच की है। 100 नंबर पर हर दिन आठ से दस काल आती है। क्लेमेंटाउन व पटेल नगर में ग्राम समिति के जरिए स्थानीय जनता को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस पूरी रात गस्त पर है कहीं भी शिकायत मिलने पर तुरंत एक्शन भी लिया जाता है।