-प्रस्तावित सेंटर्स लिस्ट में शामिल नहीं होने पर कर रहे हैं शिकायतें

-माध्यमिक शिक्षा विभाग के पास आए करीब ऐसी आधा दर्जन शिकायती पत्र

<द्गठ्ठद्द>क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ

<द्गठ्ठद्दद्गठ्ठस्त्र>केस नं.1

अंबेडकर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय आवलां को यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए सेंटर बना दिया है। जबकि यह इसमें पर्याप्त संसाधन नहीं है। इस कारण स्टूडेंट्स को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। यह शिकायत माध्यमिक शिक्षा विभाग को मिली। हैरत की बात यह है कि यह कॉलेज प्रस्तावित सेंटर्स लिस्ट में शामिल ही नहीं है।

केस नं.2

शेरगढ़ के महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज को माध्यमिक शिक्षा विभाग ने सेंटर लिस्ट में शामिल कर लिया है। जबकि लास्ट ईयर इस सेंटर पर होम साइंस का पेपर आउट हो गया था। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जब इसकी शिकायत की पड़ताल की, तो पता चला कि इस कॉलेज को प्रस्तावित सेंटर्स लिस्ट में नहीं रखा गया है।

यह दो केस तो केवल बानगी भर हैं। ऐसी करीब आधा दर्जन शिकायतें माध्यमिक शिक्षा विभाग को मिली हैं। जिनमें ऐसे कॉलेजेज को सेंटर्स बनाने का आरोप माध्यमिक शिक्षा विभाग पर लगा है। जिन्हें प्रस्तावित सेंटर्स लिस्ट में नहीं रखा गया है। इन शिकायतों ने अधिकारियों के होश फाख्ता कर दिए हैं। वहीं, अधिकारियों का कहना है कि माध्यमिक शिक्षा विभाग ने 131 कॉलेजेज को प्रस्तावित सेंटर्स लिस्ट में शामिल किया है। यह वो कॉलेजेज हैं, जिन्होंने यूपी बोर्ड की परीक्षा की सुचिता से कभी समझौता नहीं किया है। उन्होंने बताया सभी शिकायती पत्रों की जांच कराई, तो पता चला कि जिन कॉलेजेज को सेंटर बनाने का आरोप लगा है, वह सेंटर बनने की दौड़ में हैं नहीं। उधर, इस शैक्षिक सत्र में 93,270 स्टूडेंट्स यूपी बोर्ड का एग्जाम देंगे।

विभाग को करीब ऐसे आधा दर्जन शिकायती पत्र मिले हैं, जिन पर ऐसे कॉलेजेज को सेंटर बनाने का आरोप लगा है। जिन्हें प्रस्तावित सेंटर्स लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है।

मुन्ने अली, डीआ‌ई्रओएस