पिछले साल ने हम सबको कई अनुभव दिए। आपमें से कुछ ने महसूस किया है कि यह इतनी तेजी से बीत गया। कुछ अन्य लोगों को लगा कि यह समय धीमा, भारी और खिंच रहा है। समय को क्या हल्का बनाता है और क्या भारी बनाता है? समय को बड़ा और छोटा क्या बनाता है? दरअसल यह हमारा मन है। जी हां, यह हमारा मन है, जब मन ज्ञान में एकजुट होता है, तो आप समय को उड़ता हुआ महसूस करते हैं, जब मन ज्ञान से दूर होता है तो यह बहुत लंबा प्रतीत होता है।

चुनौतियां आपकी प्रतिभा को निखारती हैं

नए साल की शुरुआत में ज्ञान के लिए प्रतिबद्ध होना अच्छा है। आमतौर पर मन में लालसा होती है कि सबकुछ सुचारू रूप से चले। और जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है उतनी ही कम चुनौतियां मन चाहता है। जीवन चुनौतियों और आराम दोनों का एक संयोजन है। यदि आप अपने कम्फर्ट जोन में रहते हैं, तो आप प्रमाद और जड़ता में चले जाएंगे। अगर जीवन में केवल चुनौतियां हैं तो भी आप तनावग्रस्त जो जाते हैं। लेकिन प्रकृति की ऐसी व्यवस्था है कि किसी के जीवन में केवल चुनौतियां ही नहीं रहती हैं। यह चुनौतियां आपकी प्रतिभा को बाहर निकालती हैं।

ऐसे लोगों से मित्रता की चुनौती

जो मित्रवत है, उसके साथ मित्रता करना आसान है। चुनौती उन लोगों से दोस्ती करना है, जो इतने दोस्ताना नहीं हैं। मैं आपसे इन चुनौतियों का सामना करने का आग्रह करूंगा। उन लोगों से दोस्ती करें जो इतने मिलनसार नहीं हैं। यह आपका नए साल का रेसॉल्यूशन हो सकता है- उन लोगों के साथ दोस्ती करना जो इतने मिलनसार नहीं हैं। इंच—इंच करके अपने आराम क्षेत्र के दायरे से बाहर निकलिए और आप देखेंगे कि आपके आराम क्षेत्र का विस्तार हो रहा है। जब आप अपने कम्फर्ट जोन से बाहर आने का फैसला करते हैं तो यह आपके पीछे आता है। आप ऐसी जगह आएंगे, जहां कुछ भी वास्तव में आपको परेशान नहीं कर सकता है।

चुनौतियों को सहर्ष स्वीकार करें

हमारे आराम क्षेत्र से बाहर निकलने की खुशी यह दर्शाती है कि आप जीवंत हैं, आप में युवावस्था है (चुनौतियां लेने के लिए)। जब चुनौतियां आप पर थोप दी जाती हैं, तो आप इसे एक समस्या कहते हैं लेकिन उसी स्थिति का उपयोग आप अपने कौशल, अपनी क्षमता, अपनी ऊर्जा को प्रकट करने के लिए कर सकते हैं। चुनौतियों को सहर्ष स्वीकार करते हुए जीवन में आगे बढऩा ही बुद्धिमत्ता है। यदि आप एक आराम क्षेत्र में हैं, तो दूसरों को वह आराम बांटें और दूसरों को सहज महसूस कराएं। दूसरों की चुनौतियों को लेकर उन्हें आराम दें।

प्रयासों में निरंतरता बनाए रखें

दयालु व्यक्ति सभी की चुनौतियों को लेता है और बदले में उन्हें आराम देता है। एक अज्ञानी व्यक्ति सभी का आराम ले लेता है और दूसरों को चुनौती देता है। नए साल में भी हमारे सामने कई चुनौतियां आएंगी, जो आपमें कौशल लाएंगी और साथ ही आपको दूसरों के साथ बांटने के लिए बहुत अधिक सुख-सुविधाएं भी प्रदान करेंगी। आपको बस अपने प्रयासों में निरंतरता बनाए रखनी है ताकि समय आने पर वे रंग ला सकें। अपने कम्फर्ट जोन से बाहर आने में स्वयं की मदद करें।

ज्ञान से आती है मन की शांति

मन को शांत रखने के लिए ज्ञान का होना अति आवश्यक है। जब भी हमारा मन ज्ञान से दूर होता है, हम ऐसे कामों की ओर रुझान दिखाने लगते हैं, जिनसे दूसरों की जिंदगी में चुनौतियां खड़ी होती हैं। ऐसा करके हम अपनी राहों में भी कांटें बो लेते हैं। जबकि ज्ञान के साथ मन के जुड़ाव से दूसरों के साथ-साथ स्वयं का जीवन भी बेहतर बनता है।

श्री श्री रविशंकर

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