फिर परेशानी झेलेगी पब्लिक

प्रशासन का अनुमान है कि मौनी अमावस्या पर 80 लाख लोग संगम तट पर डुबकी लगाएंगे. वैसे माघ मेले  की व्यवस्था से यह आंकड़ा मैच नहीं करता. मकर संक्रांति पर इसकी बानगी देखी जा चुकी है. 50 लाख का अनुमान था और पहुंचे सिर्फ साढ़े आठ लाख. यह सारा आकलन लास्ट इयर मौनी अमावस्या के दिन हुई घटना को संज्ञान लेकर किया गया है. प्रशासनिक व्यवस्था के चलते मौनी अमावस्या के दौरान पैसेंजर्स को तमाम परेशानी उठानी पड़ेगी. एडमिनिस्ट्रेशन और रेलवे की ओर से किए गए इंतजाम के तहत जंक्शन पर केवल सिटी साइड से ही एंट्री दी जाएगी. सिविल लाइंस साइड बाहर निकलने के लिए होगी. स्टैंड पर गाडिय़ां खड़ी करने पर मनाही होगी.

हर रोड की लिमिट हुई फिक्स

मंडे को माघ मेला ऑफिस में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान डीएम राजशेखर व एसएसपी उमेश श्रीवास्तव ने बताया कि बनारस की ओर से आने वालों को अंदावा, मिर्जापुर से आने वालों को नैनी पुल के पास पार्किंग में अपनी गाडिय़ां छोडऩी होंगी. यहां से आगे जाने के लिए बस सेवा का इस्तेमाल करना होगा. ऑफिसर्स का कहना था कि मेला एरिया में बनी पार्किंग के 80 फीसदी भर जाने के बाद ही यह व्यवस्था लागू होगी.

शहरियों को हो सकती है दिक्कत

इस बार प्रशासन ने चार घाटों पर ही नाव चलाए जाने की इजाजत दी है. कुल 12 घाट बनाए गए हैं. पिछले स्नान पर नाव नहीं चलने से कई शहरियों को संगम पहुंचने में दिक्कत हुई थी. ऑफिसर्स का कहना है कि मौनी अमावस्या पर भी मोटर बोट पर रोक लगाई गई है. जिनके पास आईडी और रजिस्टे्रशन नहीं होगा उन्हें नाव चलाने की परमिशन नहीं दी जाएगी.

पीली जैकेट वाले करेंगे सहयोग

मौनी अमावस्या पर संगम पर जल पुलिस और सिविल डिफेंस के लोग श्रद्धालुओं की मदद करेंगे.

इनके लिए स्पेशल पीले रंग की जैकेट मंगाई गई है जिससे पब्लिक इन्हें देखकर आसानी से पहचान ले.

 पुलिस के जवानों को लोगों के साथ बेहतर बिहेव करने की हिदायत भी दी गई है.

वीवीआईपी वाहनों को भी इस बार 30 जनवरी को मेले में घुसने की इजाजत नहीं दी जाएगी.

जरूरत पडऩे पर उन्हें अरैल साइड से जाने की परमिशन दी जा सकती है.

 सुरक्षा के मद्देनजर एटीएस और आरएएफ स्पेशली मेला एरिया में तैनात किया जाएगा.

मौनी अमावस्या- व्यवस्थाओं पर एक नजर

कुल संभावित श्रद्धालुओं की संख्या- 80 लाख

मेला एरिया में कुल जोन- 3

कुल सेक्टर- 5

अपर पुलिस अधीक्षक- 7

क्षेत्राधिकारी- 13

इंस्पेक्टर- 18

सब इंस्पेक्टर- 131

हेड कांस्टेबल-106

कांस्टेबल-1287

फायरमेन- 121

एटीएस- तीन टीम

आरएएफ- दो टीम

बम डिस्पोजल स्क्वॉड- 2 टीम

जल पुलिस- 37 गोताखोर

एलोपैथी हॉस्पिटल- दो हॉस्पिटल, 20-20 बेड

एम्बुलेंस- 26

आयुर्वेद हॉस्पिटल- 2

होम्योपैथिक हॉस्पिटल- 5

फस्र्ट एड चेक पोस्ट- 12

रेलवे ने भी किए इंतजाम

यात्रियों की सुविधाओं के लिए सिटी साइड में तीन आश्रय स्थल खोले गए हैं. आश्रय स्थल संख्या तीन में छह और आश्रय संख्या चार में चार बुकिंग काउंटर खोले गए हैं. नैनी स्टेशन पर दो अतिरिक्त बुकिंग काउंटर और एक आश्रय स्थल खोला गया है. विंध्याचल स्टेशन पर एक अतिरिक्त बुकिंग काउंटर खोला गया है.

भीड़ बढ़ जाने पर क्राउड मैनेजमेंट के तहत श्रद्धालुओं का डायवर्जन किया जाएगा. भीड़ के चलते किसी तरह के हादसे से निपटने के लिए यह व्यवस्था की जा रही है.

-राजशेखर, डीएम