पुलिस ने हरेराम पाण्डेय के घर से तीन मोबाइल जब्त किए हैं। इन मोबाइल के सारे कॉल डिटेल निकाले जाएंगे। पुलिस को यह शक है कि हो सकता है उस समय यह मोबाइल में लगा सिम एक्टिव हो। वैसे पुलिस ने हरेराम पाण्डेय के भतीजा अनिल पाण्डेय को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। देर रात तक पुलिस उससे पूछताछ करती रही।

कहां रखा गया है मोनू को
जमशेदपुर से गिरफ्तार मोनू को भी आरा लाने की चर्चा रही, लेकिन पुलिस ने यह भनक नहीं लगने दी है कि उसे कहां रखा गया है। इसके अलावा पुलिस ने अन्य कई लोगों को उठाया है, जिससे हत्याकांड पर से पर्दा उठ सकता है। पुलिस इस मामले में जितनी सतर्कता बरत रही है, उतने ही गोपनीय तरीके से काम कर रही है। फिलहाल मीडिया से खासतौर से पुलिस ने दूरी बना रखी है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर एसके भारद्वाज ने बताया कि सीबीआई के हैंडओवर होने तक एसआईटी अपनी जांच करती रहेगी।

सीनियर ऑफिसर्स की हाई लेवल मीटिंग
दोपहर के ठीक 2 बजकर 56 मिनट पर डीजीपी अभयानंद की एम्बैस्डर कार सनसनाती हुई एसएसपी अमृत राज के चैम्बर के पास रूकी। कान में फोन लगाए डीजीपी अभयानंद जैसे ही उतरे, वहां के पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया। एक के बाद एक जोरदार सैल्यूट। अभी सीढिय़ों से ऊपर चढ़े ही थे कि सीनियर एसपी अमृत राज और रूरल एसपी मनोज कुमार चैम्बर से बाहर आ गए। पुलिस ऑफिस में डीजीपी के आने की खबर आग की तरह फैल गयी। देखते ही देखते ऑफिसर्स अपने चैम्बर की कुर्सियां और अपने टेबल भी साफ करने लगे। पता नहीं डीजी साहब किधर घुस जाएं।

पहले से ही कुर्सी खाली थी
डीजीपी के आने की खबर पहले से ही एसएसपी सहित कुछ खास ऑफिसर्स को पता थी। सो एसएसपी की कुर्सी सलिके से खाली रखी थी और खुद एसएसपी सामने वाली कुर्सी पर अपने कुछ खास अफसरों के साथ बैठे थे। डीजीपी के अंदर जाते ही मीटिंग शुरू हो गयी। थोड़ी ही देर में आईजी भृगु श्रीनिवास और डीआईजी सुनील कुमार का बुलाया गया। इसके बार सिटी एसपी किम को भी डीजीपी ने तलब किया। मीटिंग करीब एक घंटे तक चली। डीजीपी ने ब्रह्मेश्वर मुखिया की शवयात्रा के दौरान हुए उपद्रव में शामिल लोगों पर कार्रवाई को लेकर निर्देश दिए। साथ ही पुलिस इस पर किस तरह काम करे इसकी भी चर्चा उन्होंने आफिसर्स से की। मीटिंग में डीएसपी सचिवालय राकेश कुमार दुबे और डीएसपी ललित मोहन शर्मा भी शामिल थे। ठीक 3 बजकर 52 मिनट पर डीजीपी अभयानंद मुस्कुराते हुए चैम्बर से निकले और गाड़ी में बैठकर चल दिए.

Report by Rajan Anand
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