- बीएचयू के दृश्य कला संकाय एवं डिजाइन इनोवेशन सेंटर की ओर से आयोजित कलाक्षर 2017 का हुआ आयोजन

VARANASI

विविधता को एकता प्रदान करने के अन्तर्गत एक ही कैनवास पर विविध कलाकारों ने विभिन्न विचारों को पूर्ण कला अनुराग के साथ एक साकार रूप देने का शानदार प्रयास किया। मौका था कलाक्षर ख्0क्7 के पहले दिन का। बीएचयू के दृश्य कला संकाय एवं डिजाइन इनोवेशन सेन्टर बीएचयू.के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस कार्यक्रम में सभी कला विशेषज्ञ एक ही कैनवास में अपने -अपने मनोभावों को उकेरते हुए एक चित्र को पूर्ण करने का प्रयास किया जो अनेकता में एकता का प्रतीक रहा। प्रो। संतोष क्षीरसागर, संकाय प्रमुख जेजे कॉलेज ऑफ अप्लाइड आर्ट, मुम्बई ने बतौर चीफ गेस्ट स्लाइडों द्वारा कलात्मक हस्तलेखन में अपने प्रयोगों तथा पारम्परिक कायरें का प्रर्दशन किया। कलाक्षर का उद्देश्य है कैलिग्राफी कला को पुन: जीवन्तता प्रदान करना। पूर्व संकाय प्रमुख प्रो। हीरालाल प्रजापति ने बताया कि अक्षर लेखन में स्वतंत्र होकर अपने मनोभावों को प्रकट करना नितांत आवश्यक है। गुवाहाटी से आये पलास दास ने भाषा तकनीक पर प्रकाश डाला। प्रो। राजीव संगल, निदेशक, आइआईटी बीएचयू कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। समारोह की अध्यक्षता प्रो। दीप्ती प्रकाश मोहंती, संकाय प्रमुख, दृश्य कला संकाय ने किया। डॉ। शान्ति स्वरूप सिन्हा ने संचालन किया। डॉ। मनीष अरोड़ा, सुरेश नायर और विशाल सेनगर ने भी प्रस्तुति दी।