चाह बस ये कि बड़ी होकर बिटिया बेटों से भी आगे निकले

पड़ोसी देखकर सोचें काश उन्होंने भी बस बेटी पाली होती

ALLAHABAD: दारागंज की आरती और उनके पति प्रकाश की दुनिया उनकी बेटी अराध्या तक सिमटी है। उन्हें अब बेटे की कोई चाह नहीं, चाह है तो बस इसकी कि बड़ी होकर बेटी इतनी तरक्की करे कि लोग उसे देखकर सोचें काश उन्होंने भी एक बेटी की चाह रखी होती।

बेटे के लिए था प्रेशर

प्राइवेट स्कूल में टीचर की जॉब करने वाले प्रकाश और आरती ने लव मैरिज की। आरती बताती हैं कि जब परिवार वालों को उनके दूसरी संतान पैदा नहीं करने के फैसले की जानकारी हुई तो उन्होंने काफी नाराजगी जताई, लेकिन दोनो अपने फैसले पर अड़े रहे। आरती ने बताया कि जेठानी चाहती थी कि एक बेटा होना चाहिए, लेकिन उसने मना कर दिया। इसे लेकर गाहे-बगाहे परिवार में लोग अक्सर कमेंट भी कर देते हैं, लेकिन उनपर कोई फर्क नहीं पड़ता।

पटना में हैं प्रकाश

आरती ने बताया कि नौकरी के सिलसिले में प्रकाश पटना में हैं। वह बेटी अराध्या के साथ यहां रहती हैं। बेटी की शिक्षा के लिए पति-पत्‍‌नी पूरी तरह से लगे रहते हैं। अब आरती अराध्या की ही नींद सोती है और उसी के साथ जगती हैं। बेटी ने भी अभी तक उनकी उम्मीदों को बरकरार रखा है और क्लास में अव्वल आती है।