आट्र्स के स्कूलों में अप्लीकेशन आने की रफ्तार धीमी है। इस बाबत सेंट डॉमिनिक सेवियोज हाईस्कूल के प्रिंसिपल जीजे गॉल्सटन कहते हैं कि चूंकि आट्र्स में अप्लीकेशन काफी कम आते हैं। सो, हमने सीटें भी काफी कम रखी हैं। साइंस और कॉमर्स में जहां क्रमश: 200 और 160 सीटें हैं, वहीं आट्र्स में सिर्फ 40 सीटें ही रखी गई हैं। इसके बाद भी आट्र्स में अप्लीकेशन काफी कम आ रहे हैं.

रुझान में आ रही है कमी
ज्ञान निकेतन में भी आट्र्स के लिए महज 45 सीटें रखी गई हैं। इस स्कूल में अप्लीकेशन काफी कम आए हैं। कमोबेश यही स्थिति बाल्डविन एकेडमी की भी है। आट्र्स के प्रति स्टूडेंट्स में घटते रुझान को देखते हुए इसमें इस बार कट ऑफ माक्र्स 60 परसेंट तक जाने की उम्मीद है।

बाल्डविन में सभी 40 सीटें गल्र्स के लिए सेपरेट
आट्र्स स्कूलों में केंद्रीय विद्यालय के चारों विंग के अलावा बाल्डविन एकेडमी, सेंट डॉमिनिक सोवियोज, डीएवी पब्लिक स्कूल और ज्ञान निकेतन प्रमुख हैं। इन्हीं स्कूलों में वर्ष 2011 में 11वीं एडमिशन में कट ऑफ माक्र्स 72 परसेंट तक गया था। यही वजह है कि बाल्डविन एकेडमी में सभी 40 सीटें गल्र्स के लिए सेपरेट कर दी गई हैं। प्रिंसिपल राजीव रंजन कहते हैं कि पिछले साल आट्र्स में एक-दो ब्वायज ने ही उनके यहां अप्लाई किया था, जिससे ऐसा निर्णय लिया गया.