कुत्ता काटने के रोजाना आ रहे दो सौ लोग

स्टॉक में सिर्फ 65 वॉयल ही मौजूद

हॉस्पिटल परिसर में भी ही कुत्तों का आतंक

<कुत्ता काटने के रोजाना आ रहे दो सौ लोग

स्टॉक में सिर्फ म्भ् वॉयल ही मौजूद

हॉस्पिटल परिसर में भी ही कुत्तों का आतंक

BAREILLY

BAREILLY

शहर से लेकर देहात तक आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है। ऐसे में डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में कुत्तों के काटने से पीडि़त लोगों की संख्या में रोजाना इजाफा हो रहा है, लेकिन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में रैबीज से बचाने वाली वैक्सीन का टोटा हो गया है। बीते डेढ़ महीने में दो बार मुख्यालय को डिमांड भेजने के बाद भी खेप नहीं आ सकी है। ऐसे में अब स्टॉक में सिर्फ म्भ् वॉयल ही मौजूद हैं।

रोजाना मरीजों में हो रहा इजाफा

डिस्ट्रिक्ट में आवारा कुत्तों के काटने से पीडि़त लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में रोजाना करीब ख्00 लोग एआरवी लगवाने आ रहे हैं। ऐसे में हॉस्पिटल में मौजूदा स्थिति को देखते हुए लग रहा है कि सिर्फ दो दिन तक ही लोगों को वैक्सीन लगाई जा सकेगी।

डिमांड भेजने के बाद भी नहीं आई खेप

एंटी रेबीज वैक्सीन की लगातार यूज को देखते हुए हॉस्पिटल स्टोर इंचार्ज की ओर से दो बार मुख्यालय को डिमांड भेजी जा चुकी है। लेकिन ढेड़ माह बीतने के बाद भी सप्लाई नहीं भेजी गई है। जिसकी वजह से स्टोर में अब सिर्फ म्भ् वायल ही मौजूद हैं। ऐसे में यदि जल्द वैक्सीन नहीं आती है तो डिस्ट्रिक्ट में एआरवी नहीं लगेगी।

देहात से भी अा रहे लोग

पीएचसी और सीएचसी पर भी वैक्सीन खत्म हो चुकी है। ऐसे में देहात से लोग डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं। ऐसे में डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एक्स्ट्रा बोझ बढ़ गया है।

हॉस्पिटल परिसर में भी कुत्तों का आतंक

आवारा कुत्तों का आतंक सिर्फ शहर की सड़कों या गांवों में ही नहीं बल्की डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल परिसर में भी देखने का मिल रहा है। हॉस्पिटल में आवारा कुत्तों का पूरा झुंड घूमता दिख जाता है। कई बार मरीजों पर दौड़ना और काटने की कोशिश करना आम बात हो गई है। ऐसे में हॉस्पिटल में इलाज को आने वाले मरीजों में इन कुत्तों से खौफ पैदा हो रहा है।

डाटा-

रोजाना आ रहे मरीज-क्भ्0-ख्00

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एआरवी मौजूद- म्भ् वायल

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एआरवी की जरूरत- फ्भ्00 वायल

एक वायल से कवर होने वाले मरीज- ब् मरीज

एआरवी की डिमांड दो बार पहले भी मुख्यालय को भेजी जा चुकी है। पर अभी तक सप्लाई नहीं आई है। दोबारा डिमांड के लिए रिमाइंडर भेजा जा रहा है।

डॉ। केएस गुप्ता, सीएमएस