80 प्रतिशत लोगों की राय

दिल्ली में आखिर आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है. मुख्यमंत्री के रूप में अरविंद केजरीवाल बनेगें दिल्ली के नए सीएम. केजरीवाल 26 दिसंबर को शपथ ग्रहण करेगें. दिल्ली में सरकार बनाने को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) की रायशुमारी की कवायद पूरी होने के बाद ये फैसला लिया गया है. पार्टी की ओर से बताया गया है कि रायशुमारी में करीब 80 फीसद लोगों की राय कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाने की है और वे मुख्यमंत्री के रूप में अरविंद केजरीवाल को देखना चाहते हैं. सूत्रों के अनुसार आप ने भी इसके मद्देनजर तैयारियां शुरू कर दी हैं. अब आम आदमी पार्टी सरकार बनाने के लिए तैयार हो गई है, अब आज केवल ऐलान होना बाकी है. इसके साथ ही यह संशय भी साफ हो जाएगा कि दिल्ली की कुर्सी पर अरविंद केजरीवाल बैठते हैं कि मनीष सिसोदिया. आप की अहम बैठक अभी चल रही है. इसके बाद पार्टी का आखिरी निर्णय का ऐलान किया जाएगा.

अन्ना के साथ किरण बेदी भी खिलाफ

इस कवायद में जो लोग सरकार बनाने के पक्ष में नहीं हैं, अन्ना हजारे की सहयोगी किरण बेदी भी उनमें से एक हैं. उन्होंने आप द्वारा सरकार बनाने की प्रक्रिया पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जनमत संग्रह जब शुरू भी नहीं हुआ था तभी से आप के नेता कभी 70 तो कभी 75 फीसद जनता के सरकार बनाने के पक्ष में होने का दावा कर रहे थे. इस सबका क्या मतलब है. निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शनिवार सुबह जब आप के विधायक व पराजित प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्रों में जनमत संग्रह कराने के लिए पहुंचे, उसके कुछ ही घंटे बाद किरण बेदी ने जनमत संग्रह प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा था कि यदि आप सरकार बनाएगी तो वह विरोधियों से हाथ मिलाएगी. उन्होंने कहा कि चुनाव बाद जनमत संग्रह कराना भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल उठाना है.

आगे कुआं, पीछे खाई

किरण ने कहा कि आप सरकार बनाने को लेकर ऐसी फंस गई है कि उसके नेताओं की स्थिति आगे कुआं, पीछे खाई वाली हो गई है. किरण बेदी की इस टिप्पणी पर आप के प्रवक्ता मनीष सिसोदिया ने कहा कि किरण हमारी सहयोगी रह चुकी हैं. वह हमारी बड़ी बहन की तरह हैं और अपनी बात कहने के लिए स्वतंत्र हैं. लेकिन हमारे लिए अभी चुनौती यह है कि आम लोगों से जो वादे हमने किए हैं, उन्हें पूरा किया जाए.

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