-अपने नामिनेशन में आम आदमी पार्टी के कैंडीडेट अरविंद केजरीवाल ने दिखायी ताकत

-महज कुछ दिनों के चुनाव प्रचार के बाद बनारस में जुटी भीड़ ने लोगों को चौंकाया

VARANASI: लोकसभा इलेक्शन के लिए नॉमिनेशन का दौर पीक पर है। गुरुवार को बनारस सीट से पर्चा भरे जाने का अंतिम दिन है। तमाम निर्दल और छोटी पार्टियों के कैंडीडेट्स के बीच कांग्रेस, सपा और बसपा प्रत्याशियों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल कर दिये हैं। बुधवार को आम आदमी पार्टी के कैंडीडेट अरविंद केजरीवाल ने अपने पेपर्स साइन किये। अरविंद ने इस नॉमिनेशन रैली में जो भीड़ जुटायी वो सबको चौंका गयी। भीड़ टॉक ऑफ द टाउन बना तो गॉसिप का सब्जेक्ट भी। अब आज गुरुवार को भाजपा के पीएम कैंडीडेट नरेंद्र मोदी की बारी है। एक नजर केजरी की भीड़ और मोदी की संभावनाओं पर

रोड शो में आम आदमी ने दिखायी ताकत

कहां तो भीड़ की राजनीति न करने का दावा लेकिन नॉमिनेशन करने गये तो उनके साथ थी हजारों की भीड़। अरविंद केजरीवाल के रोड शो का नजारा कुछ ऐसा ही रहा। किसी को भी आम आदमी पार्टी से इस तरह की उम्मीद नहीं थी। हां, इतना तो था कि अरविंद के नाम पर हजार दो हजार लोग जुट जायेंगे। लेकिन बुधवार को अरविंद केजरीवाल के नॉमिनेशन के पहले निकाले गये रोड शो को देखकर लोगों ने दांतों तले उंगली दबा ली। हर किसी के जबान पर बस यही चर्चा कि आखिर कहां से ले आया इतनी भीड़? वजह थी रोड शो में लोग ही लोग दिखे।

सरदार पटेल को किया नमन

अरविंद ने अपने रोड शो की शुरुआत सुबह दस बजे लहुराबीर से की। इसके पहले वे अपने कबीर नगर स्थित अस्थायी निवास से माता पिता को साथ लेकर निकले और मलदहिया चौराहे पर सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। यहां पर उन्हें नौ बजे आ जाना था। लेकिन दो घंटे लेट से पहुंचे। लोगों की भीड़ इतनी थी कि अरविंद को पुलिस के कड़े सुरक्षा घेरे में मलदहिया पहुंचाना पड़ा। वहां उन्होंने सरदार पटेल को पुष्प अर्पित किया। यहीं से भीड़ बढ़ने लगी। फिर अरविंद सीधे लहुराबीर पहुंचे।

छत से लेकर सड़क तो लोग ही लोग

अरविंद के नॉमिनेशन के लिए रोड शो की शुरुआत यहीं से होनी थी। अरविंद यहां पहुंचे तो हजारों की भीड़ जमा थी। हर तरफ सफेद टोपी पहने लोग। लहुराबीर क्रॉसिंग के हर ओर बेशुमार भीड़। दुकानों पर भी कुछ टोपी वाले और कुछ बिना टोपी वाले लोग अरविंद केजरीवाल को देखने के लिए खड़े थे। छतों पर महिलाओं और बच्चों ने कब्जा जमा कर रखा था। अरविंद यहां पहुंचे और उन्होने चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माला चढ़ाया और शांति के प्रतीक सफेद कबूतर छोड़े। लोगों की भीड़ बढ़ती ही जा रही थी।

फिर शुरु हुआ रोड शो

इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने मिंट हाउस तक के लिए रोड शो शुरू किया। खुली जीप में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह, सीनियर लीडर मनीष सिसौदिया, आशुतोष व अन्य पार्टी नेताओं के साथ अरविंद केजरीवाल का रोड शो शुरू किया। पैदल सेना साथ थी तो आटो, बाइक और कार से भी उनके समर्थकों का रेला रोड शो में शामिल था। भीड़ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि तकरीबन क्क् बजे शुरु हुए रोड शो को मिंट हाउस तक पहुंचते पहुंचने में तीन घंटे से अधिक का समय लग गया। भीड़ में लोकल भी थे और बाहरी भी।

चिलचिलाती धूप की परवाह नहीं

चिलचिलाती धूप की परवाह किये बगैर पार्टी कार्यकर्ता पूरे जोश से अरविंद का माहौल बनाते चले जा रहे थे। भारत माता की जय, वंदे मातरम, जय हिंद का उदघोष और लाउडस्पीकर पर बज रहा 'दिल दिया है जान भी देंगे ये वतन तेरे लिए., 'मेरा रंग दे बसंती चोला.' जैसे गीतों के बोल लोगों के जोश को और भी बढ़ा रहे थे। कुछ जगहों पर लोगों ने अपने घरों से फूल भी फेंके। रोड शो में शामिल प्यासे लोगों को अपने घरों से पानी की बोतलें उपलब्ध कराई।

वकीलों ने किया विरोध

यह पहले से आशंका थी कि अरविंद केजरीवाल को अपने रोड शो के दौरान कई जगह विरोध का सामना करना पड़ेगा। लहुराबीर से मिंट हाउस तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ लेकिन जब अरविंद अपने समर्थकों के साथ कचहरी पहुंच तो उन्हें भाजपा समर्थक वकीलों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद केजरीवाल को कचहरी में एंट्री दिलायी। नॉमिनेशन के बाद भी वकीलों ने केजरीवाल का विरोध किया।