सीबीआई को सौंपी जांच

दिल्ली  के पर्यावरण व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री आसिम अहमद खान पर एक बिल्डर से छह लाख रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने उन्हें उनके पद से निलंबित कर दिया है। यही नहीं केजरीवाल ने पूरे मामले की जांच सीबीआइ को सौंपे जाने की सिफारिश भी कर दी है। आसिम को आम आदमी पार्टी (आप) से निकाले जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पार्टी तय करेगी। आसिम की जगह अब बल्लीमारान विधानसभा क्षेत्र से विधायक इमरान हुसैन को मंत्री बनाया जाएगा। अपने मंत्री पर लगे संगीन आरोप व इस संदर्भ में शिकायतकर्ता द्वारा उपलब्ध कराई गई एक घंटे की ऑडियो क्लिप सुनने के बाद शुक्रवार की शाम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सचिवालय में प्रेसवार्ता बुलाई।

खुद मुख्यमंत्री ने किया खुलासा और सजा का एलान

मुख्यमंत्री ने खुद बताया कि आसिम के विधानसभा क्षेत्र मटिया महल में एक बिल्डिंग बन रही है। आसिम की तरफ से इस बिल्डिंग को बनने से रोका गया और बिल्डर से छह लाख रुपये मांगे गए। बिल्डर ने छह लाख रुपये उनको दे दिए, जिसके बाद बिल्डिंग का निर्माण कार्य शुरू हो सका। उन्होंने कहा कि आसिम के खिलाफ उन्हें गुरुवार को शिकायत मिली थी। शिकायतकर्ता ने उन्हें बिल्डर और मंत्री आसिम के बीच हुई बातचीत की एक घंटे की रिकॉर्डिंग दी थी। केजरीवाल ने कहा कि इस रिकॉर्डिंग को हम लोगों ने सुना और उसके बाद आसिम को उनके पद से हटाने का फैसला लिया गया है। उन्होंने बताया कि बिल्डर और मंत्री के बीच एक बिचौलिया भी है, उस पर भी जल्द कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि आसिम विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत दर्ज करके आए थे। उन्होंने मटिया महल सीट से पांच बार के विधायक शोएब इकबाल को हराया था। बताया जाता है कि आसिम बिजनेसमैन भी हैं।

बेटा को भी भ्रष्टाचार करने पर नहीं बख्शूंगा

केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप अगर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया या स्वयं उन पर भी लगते हैं तो तुरंत सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर मेरा बेटा भी भ्रष्टाचार करेगा तो मैं उसे भी कोई राहत नहीं दूंगा। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि दिल्ली में कहीं भी आपको भ्रष्टाचार की शिकायत मिलती है तो आप हमें सुबूत दीजिए, हम जल्द से जल्द कार्रवाई करेंगे।

शिवराज व वसुंधरा मामले में भाजपा पर वार

उन्होंने भाजपा पर वार करते हुए कहा कि हमने तो अपने मंत्री के खिलाफ कार्रवाई कर दी, अब भाजपा शिवराज सिंह चौहान और वसुंधरा राजे को पद से हटाए। गौरतलब है कि 14 फरवरी 2015 को दिल्ली में आप की सरकार बनने के बाद से किसी मंत्री को उसके पद से हटाए जाने का यह दूसरा मामला है। इससे पहले जून में पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर को फर्जी डिग्री मामले में फंसने के बाद पद से हटा दिया गया था।

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