इससे पहले भी अरविंद एक निजी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में यह मान चुके हैं कि दिल्ली की सत्ता छोड़ना उनकी सबसे बड़ी भूल थी.
लोकसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी कोई खास कमाल नहीं कर पाई थी. इसी के बाद से अटकलें लगाई जाने लगी थीं कि केजरीवाल एक बार फिर से दिल्ली में सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं. लेकिन केजरीवाल ने इन सभी कयासबाजियों पर यह कहकर विराम लगा दिया कि उनकी पार्टी दोबारा से चुनाव के लिए तैयार है.

वेडनेसडे को आप की विधायक दल की हुई बैठक में उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता चाहती थी कि केजरीवाल सरकार चलाएं. ऐसा न होने की वजह से जनता की नाराजगी का असर लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिला. ट्यूजडे को अरविंद ने उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात कर उनसे सरकार बनाने पर जनता की रायशुमारी को लेकर सिफारिश की थी. पार्टी के कई विधायक भी उनपर सरकार बनाने का प्रेशर डाल रहे हैं. आम आदमी पार्टी को लोकसभा चुनाव में महज चार सीटों पर ही जीत हासिल हुई थी.

National News inextlive from India News Desk