-बिजली कर्मियों का निजीकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन दसवें दिन भी जारी

- प्रमुख सचिव ऊर्जा की वीसी का किया बहिष्कार

- छुट्टी के कारण चार दिन के लिए बिजली विभाग बंद

निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति की ओर से चल रहा विरोध प्रदर्शन का भले ही तरीका बदल गया हो, लेकिन यह विरोध दसवें दिन भी जारी रहा। इंजीनियर्स ने बुधवार को प्रमुख सचिव (ऊर्जा) व यूपी पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष द्वारा होने वाले वीडियो कॉन्फ्रेंन्सिंग का बहिष्कार किया। जिसके बाद वीसी को स्थगित कर दिया गया। वहीं समिति पदाधिकारियों ने बताया कि 29 मार्च से 1 अप्रैल तक अवकाश होने के कारण सभी कैश काउंटर सहित कार्यालय बंद रहेंगे।

सुबह दस से पांच काम

संघर्ष समिति ने आन्दोलन को तेज करते हुए बताया कि 28 मार्च से कार्य दिवस में सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे के बीच ही कार्य किया जायेगा। 5 बजे के बाद कोई भी शट्डाउन नहीं लिया जायेगा। शाम 5 बजे के बाद से अगले दिन सुबह 10 बजे तक एवं अवकाश के दिन सभी कर्मचारियों एवं अभियन्ताओं के मोबाइल बन्द रहेंगे। इसके साथ ही राजस्व वसूली, नये संयोजन, विद्युत विच्छेदन, सौभाग्य या किसी अन्य कार्य के लिए किसी भी प्रकार का कैम्प नहीं लगाया जायेगा।

संघर्ष और समीक्षा एक साथ नहीं

संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने प्रबन्धन से कहा कि संघर्ष और समीक्षा एक साथ नहीं चल सकती। जब तक निजीकरण का फैसला वापस नहीं होगा तब तक सभी इंजीनियर्स इसी तरह वीडियो कॉन्फ्रेंन्सिंग का बहिष्कार करते रहेंगे।