गुड न्यूज

-अब बिजली की रीडिंग कराने के लिए नहीं करना होगा रीडर का इंतजार

-यूपीपीसीएल ने शुरू की सेल्फ बिल जेनरेट करने की व्यवस्था

-खुद करिए रीडिंग और घर बैठे पेड करिए बिल

अगर आपके घर मीटर रीडिंग करने के लिए कोई बिजली कर्मचारी नहीं पहुंचता है तो ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि अब आप खुद ही मीटर की रीडिंग कर सकते हैं। इसके बाद कितना बिल आया यह ऑनलाइन देखकर घर बैठे जमा भी कर सकते हैं। इसके लिए बिजली विभाग की मीटर रीडिंग टीम का इंतजार करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि यूपीपीसीएल ने बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए नई व्यवस्था की शुरुआत कर दी है। इसका फायदा उन उपभोक्ताओं को ज्यादा होगा जिनका मीटर रीडिंग न होने की वजह से वह बिल नहीं जमा कर पाते हैं। ऑनलाइन व्यवस्था से न सिर्फ मीटर रीडिंग की समस्या दूर होगी बल्कि बिल भी अपडेट रहेगा।

10 केवी तक को लाभ

इस व्यवस्था का लाभ शहरी क्षेत्र में 10 किलोवाट से कम भार वाले घरेलू और कमर्शियल उपभोक्ता उठा सकते हैं। नई व्यवस्था के तहत यूपीपीसीएल की वेबसाइट पर उपभोक्ता अपनी मीटर रीडिंग और डिमांड की एंट्री कर महीने में एक बार अपना बिल जेनरेट कर सकते हैं। यह बिल उनके रजिस्टर्ड ई-मेल आईडी पर पहुंच जाएगा। जिसे वे वेबसाइट पर ही जमा भी कर सकते हैं।

अभी तक ये समस्या

अब तक होता यह है कि बिजली विभाग से जुड़ी बिलिंग एजेंसी के कर्मचारी लोगों के घर-घर जाकर बिल निकालते हैं। कई बार ऐसा होता है कि बिलिंग का काम देख रहे कर्मचारी बहुत से लोगों के घर नहीं पहुंच पाते। जिससे उनको बिल नहीं मिल पाता और वे जमा नहीं कर पाते हैं।

समय न होने से होती थी परेशानी

अक्सर बिल न आने के बाद लोगों को बिजली विभाग जाकर खुद बिल निकलवाना पड़ता है। वहीं मीटर रीडर द्वारा आकर बिल दिए जाने के बाद भी कई बार लोगों के पास विभाग पहुंचने का समय नहीं होता। नतीजन उपभोक्ताओं का कई महीने का बिल बकाया रह जाता है। इन्हीं सब समस्याओं को देखते हुए यूपीपीसीएल ने यह नई व्यवस्था शुरू की है, ताकि उपभोक्ता घर बैठे ही बिल जेनरेट व पेड दोनों कर सकें।

जमा करने की सुविधा पहले से

उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन अपने उपभोक्ताओं को पहले ही ऑनलाइन बिल जमा करने की सुविधा दे रखा है। नए सिस्टम के तहत उपभोक्ता अपना बिल भी खुद निकाल सकेंगे।

क्या है जेनरेट की प्रक्रिया?

इसके लिए उपभोक्ता को www.uूppcl.com पर अपनी आईडी बनानी होगी। जिसे खोलने के बाद उपभोक्ता को बिल जमा करने और बिल जेनरेट करने का विकल्प दिया होगा। इसमें उपभोक्ता को अपनी मीटर रीडिंग और कुल डिमांड भरना होगा। जिसे सब्मिट करते ही उनके पास एक नोटिफिकेशन आ जाएगा। इसके बाद उनके रजिस्टर्ड आईडी पर बिल भेज दिया जाएगा। ऐसा महीने में सिर्फ एक बार ही किया जा सकता है। इसके अलावा अगर उपभोक्ता मीटर रीडिंग का फोटो लेकर विभाग में भेज देता है तब भी उसका बिल जेनरेट हो जाएगा।

वर्जन---

यूपीपीसीएल द्वारा जिलेभर में शुरू की गई यह सुविधा एलएमवी-1 घरेलू और एलएमवी-2 व्यवसायिक कनेक्शन के लिए है। हालांकि इसका लाभ वहीं उठा सकते हैं जिनका लोड 10 किलोवाट से ज्यादा नहीं है। इससे उपभोक्ताओं को काफी राहत मिलेगी।

आशीष अस्थाना, एसई, पीवीवीएनएल