-वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए धनराशि आवंटित, 39,810 गर्भवती महिलाओं को मिलेगा लाभ

-राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने जारी किये दिशा-निर्देश

मातृ मृत्यु दर में कमी लाने और संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गयी जननी सुरक्षा योजना के तहत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) ने वित्तीय वर्ष के लिए बजट आवंटित कर दी है। योजना के तहत बनारस में इस साल कुल 39,810 गर्भवती महिलाओं को लाभांवित करने का लक्ष्य रखा गया है। इस संदर्भ में एनएचएम के मिशन निदेशक पंकज कुमार ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और सीएमओ को पत्र भेजकर इस योजना के क्रियान्वयन के बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश दिया हैं।

प्रदेश की 27,40930 लाभार्थियों का लक्ष्य

एनएचएम निदेशक के मुताबिक जननी सुरक्षा योजना के तहत इस साल प्रदेश की कुल 27,40930 लाभार्थियों के लक्ष्य की स्वीकृति केंद्र से मिली है। इसमें बनारस की 39,810 लाभार्थी शामिल हैं। योजना के तहत गर्भवती महिलाओं और आशा कार्यकर्ताओं को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि व योजना के संचालन के लिए उक्त यह धनराशि आबंटित की गई है। इसके लिए शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लिए अलग-अलग प्रोत्साहन राशि दिए जाने है।

कैसे मिलेगा लाभ

जननी सुरक्षा योजना के तहत भुगतान के लिए लाभार्थियों का एमसीटीएस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन होना अनिवार्य है। इसके साथ ही लाभार्थियों के भुगतान किये जाने के लिए वीएचएनडी के समय चिन्हित सभी ग्रामीण व शहरी क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं का भी रजिस्ट्रेशन जरुरी है। इसके अलावा प्रसव पूर्व जांच के आधार पर हर लाभार्थी को दी गयीं सेवाओं का पोर्टल पर अपडेशन भी होना चाहिए। प्रोत्साहन राशि का भुगतान लाभार्थी के आधार से लिंक बैंक खाते में ही किया जाएगा।

ये हुआ बदलाव

योजना के तहत मैन्युअल रिपोर्टिंग की व्यवस्था को समाप्त कर पेपरलेस रिपोर्टिंग व्यवस्था संचालित करने के लिए और सूचनाओं को एचएमआईएस के अलावा यूपीएचएमआईएस पोर्टल पर अपलोड करने का निर्णय लिया गया है। इससे कार्यक्रम की समीक्षा में आसानी होगी।

प्राइवेट हॉस्पिटल को 10 हजार

बीपीएल श्रेणी की गर्भवती महिलाओं के मान्यता प्राप्त प्राइवेट नर्सिंग होम व अस्पताल में प्रसव कराने पर सरकार द्वारा अस्पताल को प्रोत्साहन धनराशि के भुगतान की व्यवस्था भी की गयी है। इसके तहत सीजेरियन डिलिवरी कराये जाने पर प्रति बीपीएल कार्ड धारक महिला के प्रसव पर आने वाले खर्च के रूप में अस्पताल को 10,000 रूपये दिए जाएंगे।

क्या है फायदा

1400

रूपये ग्रामीण क्षेत्र की लाभार्थी को संस्थागत प्रसव पर मिलेंगे

1000

रूपये शहरी क्षेत्र की लाभार्थी को संस्थागत प्रसव पर मिलेंगे

500

रूपये घरेलू प्रसव (केवल बीपीएल धारक) पर शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की लाभार्थी को मिलेंगे

300

रूपये संस्थागत प्रसव में गर्भवती महिलाओं को सहयोग प्रदान करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र की आशा को

200

रूपये शहरी क्षेत्र की आशा को प्रोत्साहन स्वरुप मिलेंगे

39,810

गर्भवती महिलाओं को मिलेगा लाभ

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मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए सरकार द्वारा जननी सुरक्षा योजना के साथ कई अन्य योजनायें चलायी जा रहीं हैं। सरकार मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए प्रयासरत है।

डॉ। वीबी सिंह, सीएमओ