-अराजीलाइन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से हुई योजना की शुरुआत

-सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर नि:शुल्क लगेगा अंतरा का इंजेक्शन

बच्चों के जन्म में अंतर रखने के लिए लगने वाले अंतरा इंजेक्शन की सुविधा अब महिला चिकित्सालय के साथ ही प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से भी मिलेगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत परिवार नियोजन कार्यक्रम में एमपीए गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा की शुरुआत शुक्रवार को कॉमन रिव्यु मिशन के टीम लीडर डॉ। एसके सिकंदर की उपस्थिति में अराजीलाइन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से की गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर वीबी सिंह ने बताया कि परिवार नियोजन के लिए अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए ये इंजेक्शन लगाया जायेगा।

परेशानी मुक्त है अंतरा

अधिकारियों ने बताया कि किसी भी कार्य दिवस में ये सुविधा नि:शुल्क प्रदान की जाएगी। यह महिलाओं के लिए सुरक्षित, प्रभावी और परेशानी मुक्त पद्धति है। परिवार नियोजन के लिए पहले से नसबंदी कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके अलावा कॉपर टी, सहेली और निरोध का प्रयोग किया जा रहा है। लेकिन गर्भावस्था को रोकने के लिए ज्यादातर महिलाएं अभी भी प्रतिदिन गोलियों का सेवन कर रही हैं। इन गोलियों को खाने में एक दिन की भी चूक महिलाओं के लिए चिंता का सबब बन जाता है।

ये है फायदा

परिवार कल्याण के संयुक्त निदेशक डॉ। वीरेंदर सिंह के अनुसार एक बार अंतरा इंजेक्शन लगने के बाद अगले तीन माह तक महिला को गर्भ धारण की चिंता नहीं रहेगी। खास बात यह है कि यह गर्भ निरोधक सुरक्षित और आसान है। इसका इस्तेमाल प्रसव के बाद स्तनपान कराने वाली महिला भी छह सप्ताह बाद कर सकती हैं। गर्भपात होने के बाद तुरंत या सात दिन के बाद इसे शुरू किया जा सकता है। इस अवसर पर सीआरएम टीम के अन्य सदस्य डॉ। एसएस रेड्डी, डॉ। निधि, डॉ। प्रणव भूषण, डॉ। संजीव गुप्ता, स्टेट पीएमयू (एनएचएम) के महाप्रबंधक कम्युनिकेबल डिजीज डॉ। अश्रि्वनी कुमार, डीपीएम संतोष सिंह समेत चिकित्सालय के अधीक्षक, चिकित्सक व पैरा मेडिकल स्टाफ मौजूद रहे।