प्रशासन तक पहुंची
नाबालिग लड़की के साथ रेप के आरोप में जेल में बंद आसाराम बापू को महान बताने और उनके बचाव में आंदोलन खड़ा करने के लिए लोगों को उकसाने के लिए स्कूली बच्चों व आगरा के लोगों के बीच बांटी जा रही सीडी थर्सडे को प्रशासन तक पहुंच गई। एडीएम सिटी बीपी खरे ने इस मामले पर त्वरित संज्ञान लिया है।
पहले जांच फिर होगी कार्रवाई
सीडी को देखने के बाद एडीएम सिटी बीपी खरे ने मामले की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए जांच के आदेश दिए। उनका कहना था कि इस सीडी की बाकायदा जांच कराई जाएगी। इसे सुना जाएगा। इसमें क्या बोला गया है? कौन सी बात आपत्तिजनक है, इसकी गहन पड़ताल जरूरी है। कुछ भी गैरकानूनी पाया जाता है तो बड़ा एक्शन लिया जाएगा.  सीडी की जांच करेंगे एसपी सिटी सीडी में क्या आपत्तिजनक है, क्या नहीं, इसकी पड़ताल एसपी सिटी पवन कुमार करेंगे। एडीएम सिटी बीपी खरे ने सीडी के संबंध में एसपी सिटी पवन कुमार से बातचीत की। उनसे पूछा कि क्या उनको आसाराम की सीडी के बारे में जानकारी है। इसके बाद एडीएम ने उनसे सीडी मिलने की बात कहते हुए सीडी की जांच करने के आदेश दिए.
सीडी के ऊपर लिखा टाइटल ही प्रशासन के कान खड़े कर रहा है। इसलिए वह इस सीडी पर लीगल राय लेने का भी मन बना चुका है। एडीएम सिटी बीपी खरे का कहना था जिस पर आरोप लगते है वह अपने बचाव में कुछ ना कुछ करता है। लेकिन लॉ वॉयलेशन का अधिकार किसी को नहीं है। सीडी के थ्रू किसी भी तरह का लॉ वॉयलेशन हुआ है कि नहीं इसके लिए लीगल एडवाइज भी ली जाएगी। उसके आधार पर लीगल एक्शन होगा.
जांच में एलआईयू लगी
आसाराम के चेलों ने अपना उल्लू सीधा करने के लिए जो सीडी बांटी है उस पर एसएसपी शलभ माथुर ने कड़ा कदम उठाया है। उन तक सीडी भले ही अभी नहीं पहुंची है, लेकिन इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए उन्होंने एलआईयू को भी जांच में लगा दिया है। पुलिस की लोकल इन्वेस्टीगेशन यूनिट के सीडी प्रकरण में इन्वॉल्व हो जाने के कारण आसाराम समर्थकों की धड़कनें और तेज हो गई हैं। खुफिया पुलिस की एक रिपोर्ट आसाराम को बड़ी परेशानी में डाल सकती है। सूत्रों का कहना है कि एसएसपी तक सीडी पहुंचते ही कार्रवाई में नया मोड़ आ सकता है. 
 शलभ माथुर, एसएसपी

अभी सीडी नहीं मिल पाई है। सीडी मिलते ही उसे देखा जाएगा, उसके बाद कार्रवाई की जाएगी। मामले में एलआईयू को लगा दिया गया है।

बीपी खरे, एडीएम सिटी

आसाराम की सीडी की जांच कराई जाएगी.अगर किसी भी तरह से कानून से खिलवाड़ किया गया है तो लीगल एक्शन लिया जाएगा। यदि कोई कंप्लेन लेकर आता है तब भी एडमिनिस्ट्रेशन अपना काम करेगा।

सदमा लगने पर पहुंचे थे दिल्ली सत्संग में
आसाराम के बचाव में बांटी जा रही सीडी में उन पर रेप का आरोप लगाने वाली लड़की और उसके घरवालों को ही कठघरे में खड़ा कर ने की कोशिश की गई है। आसाराम के आश्रम से जुड़े लोगों से कहलवाया गया है कि दबाव और बहकावे में आकर आसाराम पर आरोप लगाए गए है। सीडी में पीडि़त पक्ष पर अंगुली उठाने वाले जो सवाल है उस पर आईनेक्स्ट ने पीडि़ता के वकील मनीष व्यास फोन पर बात की। उन्होंने सीडी को आसाराम का नाकामयाब हथकंडा करार दिया। साथ ही सीडी के हर सवाल का खुलकर जवाब दिया.
सीडी के सवाल, पीडि़त के वकील के जवाब
सवाल नंबर १ :  जब वारदात 15 अगस्त को हुई तो आरोप 20 को क्यों लगाए गए। दिल्ली जाकर आरोप लगाना सवाल खड़े नहीं कर रहा ?
वकील : आसाराम ने 15 तारीख को लड़की का यौन उत्पीडऩ करने के बाद उसे धमकी दी थी कि मुंह खोला तो उसे और उसके पूरे परिवार को जान से मार देंगे.  लड़की 16 साल की नाबालिग है। और यौन उत्पीडऩ के बाद वह शॉक्ड थी.  आसाराम का अगला सत्संग करने दिल्ली में थे इसलिए पहली एफआईआर दिल्ली में कराई गई।
सवाल नंबर 2 :  यदि बापू ने गलत किया तो लड़की और उसका परिवार 18  व 19 अगस्त को दिल्ली सत्संग में क्यों आए। बापू से मिलने की बार-बार मांग क्यों कर रहे थे।
वकील:   आसाराम झूठ बोल रहे हैं। उनका इसके पास क्या सबूत है। यदि आसाराम की इस बात को एक बार को ही मान भी लें तो जिन लोगों ने जिसे भगवान की तरह पूजा वही व्यक्ति उनकी बेटी का यौन उत्पीडऩ करे तो वह उससे यह पूछने तो जाएंगे ही कि आसाराम तुमने ये कर क्या दिया।
सवाल नंबर ३ :  एफआईआर में छेड़छाड़ का मामला है है रेप का नहीं फिर पुलिस ने पोटेंशियल टैस्ट क्यों कराया।
वकील:  किसी भी केस में मेडिकल कराना पार्ट ऑफ इन्वेस्टिगेशन होता है। आसाराम का पोटेंशियल टैस्ट कराया गया ताकि यह कन्फर्म हो सके कि उन पर जो चार्ज है उसको करने के लिए  फिजीकली फिट हैं अथवा नहीं.