दिल्ली में हुई केंद्रीय महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय की मीटिंग में मिले निर्देश

यूपी के छह अन्य जनपदों में भी खुलेंगे एजेके, अब तक कुल 17 जनपदों में हैं केंद्र

Meerut। आशा ज्योति केंद्र को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित किया जाएगा। केंद्र सरकार के महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय की इस योजना को विस्तृत रूप देश के हर जनपद में वन स्टाप सेंटर के रूप में स्थापित किया जाएगा। आने वाले दिनों में यूपी के छह अन्य जनपदों में भी आशा ज्योति केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं।

ताकि सुरक्षित रहे आधी आबादी

2012 में निर्भया कांड के बाद केंद्र सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए और देशभर में वन स्टाप सेंटर की स्थापना की गई। इन सेंटर्स पर हर पीडि़त महिला को एक छत के नीचे संभव मदद देने की मंशा केंद्र सरकार की है। इसी कड़ी में यूपी में सपा कार्यकाल के दौरान केंद्र सरकार की फंडिंग से आशा ज्योति केंद्रों की स्थापना की गई थी। प्रथम चरण में 11 जनपदों में आशा ज्योति केंद्र खोले गए, जिसमें मेरठ शामिल था। दूसरे चरण में छह केंद्र खोले गए। फिलहाल यूपी में 17 आशा ज्योति केंद्र संचालित हैं जबकि छह और केंद्र जल्द ही खोल ि1दए जाएंगे।

आपकी सखी आशा ज्योति केंद्र

निर्भया कांड की बरसी पर 15-16 दिसंबर को दिल्ली में केंद्रीय महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय द्वारा आयोजित सेमिनार से लौटे मेरठ के डीपीओ एसएस पांडेय ने बताया कि मेरठ समेत 17 आशा ज्योति केंद्रों को अब आपकी सखी आशा ज्योति केंद्र के नाम से जाना जाएगा।

बढ़ेगी सुविधाएं

मेरठ में मेडिकल कॉलेज परिसर में अत्याधुनिक केंद्र को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित किया जाएगा। पीडि़त महिला को एक की छत के नीचे स्वास्थ्य, सुरक्षा, कानूनी सहायता, काउंसलिंग से लेकर विभिन्न संचार माध्यम मुहैया होंगे। सेंट्रली कांसेप्ट के तहत मिसिंग वूमन को उसके घर तक पहुंचाने और उसे जरूरी संसाधन मुहैया कराने का काम एजेके करेगा। पीडि़ता को रीहैब करने के लिए केंद्र कौशल विकास प्रशिक्षण मुहैया कराएगा। कई स्तर पर एजेके को अपग्रेड करने की स्कीम केंद्र सरकार की है।

आशा ज्योति केंद्र को अब आपकी सखी आशा ज्योति केंद्र का नाम दिया गया है। विभिन्न सुविधाओं और संसाधन के साथ इन केंद्रों को इंटरनेशनल लेवल पर मॉर्डनाइज्ड किया जा रहा है।

एसएस पांडेय, डीपीओ, मेरठ