शुरुआत में पाक रहा हावी

मैच शुरू होते ही पाकिस्तान की टीम इंडिया पर हावी हो गई थी. पाक ने मैच के तीसरे मिनट में ही एक गोल दागकर 1-0 की बढ़त हासिल कर ली थी. पाकिस्तान की ओर से मोहम्मद रिजवान ने पहला गोल दागा. पहले क्वॉर्टर में पाकिस्तान की डिफेंस लाइन और फॉरवर्ड लाइन इंडिया के मुकाबले कहीं बेहतर नजर आ रही थी. इंडियन कैप्टन सरदार सिंह फॉरवर्ड लाइन में खेलने की बजाये डिफेंस में पहुंच जा रहे थे. इसके बाद मैच के दूसरे क्वॉर्टर में 23वें मिनट में इंडिया को स्कोर बराबर करने का मौका मिला. भारत के कोटजीत ने इंडियन खेमे में खुशी की लहर दौड़ाते हुये स्कोर 1-1 से बराबरी किया. हालांकि मैच के अंत में स्कोर बराबर होने पर पेनाल्टी शूटऑउट से मैच का नजीता निकाला गया, जिसमें इंडिया ने 4-2 से पाक को करारी शिकस्त दी.

1982 में हुआ था आमना-सामना

इससे पहले भारत-पाक साल 1982 में भारत और पाकिस्तान एशियन गेम्स के फाइनल में नई दिल्ली के ध्यान चंद स्टेडियम में आमने-सामने हुए थे और तब पाकिस्तान ने उलटफेर करते हुए 7-1 से दर्ज की थी.  इससे पहले 1982 के बाद पाकिस्तान और भारत 1990 में बीजिंग में हुए एशियन गेम्स में भी पहले दो स्थानों पर रहे, लेकिन तब प्रतियोगिता राउंड रॉबिन आधार पर खेली गई थी. भारत ने शीर्ष पर रहते हुए स्वर्ण पदक जीता था और भारत को 3-2 से हराया था. भारत ने पिछली बार स्वर्ण पदक 1998 बैंकॉक खेलों में धनराज पिल्लै की अगुआई में जीता था. भारत ने 2002 में बुसान खेलों के फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन तब उसे मेजबान दक्षिण कोरिया के हाथों 3-4 से शिकस्त का सामना करना पड़ा था.

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