असांज मायावती के उस बयान का उत्तर दे रहे थे जिसमे उन्होंने विकीलीक्स के मालिक को पागल करार दिया था और कहा था कि वो उन्हें आगरा के पागलखाने में जगह दिलाने के लिए तैयार हैं।

मायावती पर पलट वार करते हुए उन्होंने एक बयान में कहा है, "उन्हें अगर अपने आपको अहंकारी कहे जाने से शिकायत है तो मायावती को अमरीकी सरकार से संपर्क करना चाहिए."

'मायावती अहंकारी'

विकीलीक्स के ज़रिए दुनिया के सामने लाए गए अमरीकी कूटनीतिक पत्राचारों में मायावती को एक बहुत "भ्रष्ट" और "अहंकारी" नेता के रूप में चित्रित किया गया है। इस पत्राचार में मायावती के नज़दीकी सतीश चन्द्र मिश्रा के हवाले से कहा गया है कि मायावती पर प्रधानमंत्री बनने की धुन सवार है।

इस पत्राचार के सामने आने के बाद लखनऊ में मुख्यमंत्री मायावती ने एक पत्रकार वार्ता कर के विकीलीक्स के "मालिक" को पागल करार दिया था। मायावती ने ये भी कहा की वो विकीलीक्स के "मालिक" को आगरा के पागलखाने में जगह देने के लिए तैयार हैं।

विकीलीक्स ने जो कूटनीतिक पत्राचार दुनिया के सामने रखा है उसमे एक पत्र में यह भी ज़िक्र है कि किस तरह मायावती के लिए महज़ उनके पसंद की सैंडल लेने के लिए एक निजी विमान मुंबई तक उड़ कर गया।

इन पत्रों में यह भी दावा किया गया है कि किस तरह से मायावती का सुरक्षा बंदोबस्त किसी राष्ट्र प्रमुख की तरह का है और किस तरह उन्होंने खाना चखने के लिए लोग रखे हुए हैं।

असांज का पलटवार

असांज ने अपने बयान में सवाल किया है "लगता है कि मायावती ने अपनी तार्किक सोच छोड़ दी है, लेकिन क्या उन्होंने दलितों को भी छोड़ दिया है?"

असांज ने कहा है," ये पत्राचार अमरीकी कूटनयिकों ने अमरीकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के साथ किया है। और ये फ़र्जी पत्र नहीं हैं ये साबित हो चुका है." असांज ने मायावती से माफ़ी मांगने को भी कहा है।

असांज ने अपने बयान में कहा है, "अगर मायावती माफ़ी नहीं मांगती हैं तो उन्हें अपना निजी हवाई जहाज़ मुझे लेने के लिए इंग्लैंड भेजना चाहिए जहाँ मैं 272 दिनों से नज़रबंद हूँ। बदले में मैं मायावती के लिए बहुत सारे बेहतरीन ब्रितानी जूते चप्पल ले कर आऊँगा." असांज के ऊपर मायावती ने यह आरोप भी लाया था कि वो उनके राजनितिक विद्रोहियों के हाथों में खेल रहे हैं।

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