PATNA : परसा बाजार, कुरथौल, डुमरी हॉल्ट, पारथू सहित कई गांवों का दौरा आई नेक्स्ट की टीम करती है। रास्ते में चप्पे पर परा मिलिट्री फोर्स के जवान तैनात नजर आते हैं। सड़कें सूनी, दुकाने बंद लोगों की कतार पोलिंग बूथ की ओर जाती नजर आती है। ग्रामीण इलाकों में भी लोगों में बोट डालने को लेकर उत्साह नजर आता है। कई गावों को घूमने के बाद हम अगौनी, अगौनी मुसहरी और नीमा भी पहुंचते हैं। यहां का नजारा अन्य गांवों से थोड़ा भिन्न नजर आता है। हर कोई अपने कामों में व्यस्त। कोई बतकही कर रहा है तो कोई चौक पर चाय की चुस्की के साथ चुनावी चर्चा में मशगूल है।

वोट डाला फिर लगी ताश की चौकड़ी

राजनीतिक सरगर्मी के बीच नीमा चौक का नजारा थोड़ा अलग ही दिखा। नीमा चौक के पास ढ़ेर सारे लोग ताश की चौकड़ी लगाए दिखे। ऐसा लगा जैसे इन्हें चुनाव से कोई मतलब ही नहीं हो। लेकिन वहां पहुंचे ही जल्द ही भ्रम दूर हो गया। ताश की पत्ती को फेंटते हुए धीरेंद्र ने कहा कि क्या करना है इस राजनीति का जो जीत कर जायेंगे फिर पांच साल बाद ही दर्शन देंगे। लेकिन कुरेदने पर लोगों ने बताया कि उन लोगों ने पहले वोट दिया फिर जम गए ताश पर। ताश की चौकड़ी पर जमे लोगों ने बातचीत के दौरान कहा कि व्यवस्था को हम मजदूर किसानों से कोई मतलब नहीं है। लेकिन उन्होंने अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग किया।

बच्चे भी लूडो खेलने में लगे रहे

ताश की चौकड़ी के बगल में ही बच्चे भी अपनी चौकड़ी जमाए हुए थे। बच्चे के गार्जियन ताश खेल रहे थे और बच्चे लूडो खेलने में बीजी थे। दीपक ने कहा कि आज हमारा स्कूल बंद है इसलिए हमलोग लूडो खेल रहे हैं। उसी में एक लड़का क्9 साल का भी मिला जिसने पहली बार वोट दिया था। धर्मवीर ने पहली बार वोट तो डाला लेकिन उसने यह भी कहा कि मैं जानता हूं कि मेरा कैंडीडेट नहंी जीतेगा लेकिन अपने अधिकार का प्रयोग मैने उसके लिए किया जो मेरे लिए हमेशा खड़ा रहता है।

हम वोट डालकर चौकड़ी लगाए हैं। हर बार तो यही होता है जो जीतकर जाते हैं पांच साल बाद ही दर्शन देते हैं। इस बार हमने बदलाव के लिए वोट दिया है।

विश्वनाथ पासवान, लोकल

गांव जाकर देख लीजिए पता चल जाएगा कि पांच साल में कितना विकास हुआ है। हमने वोट डाला है, अपने पसंद के उम्मीदवार को।

सुधीर कुमार, लोकल

ताश खेलकर जाउंगा तब वोट डालूंगा। बिहार में अमन शांति के लिए वोट करना है मुझे।

दिलीप पासवान, लोकल

हम पहली बार वोट डालकर आये हैं। हमें पता है कि वोट किसे देना है। हमारा कैंडीडेट जीते या हारे लेकिन हमेशा मेरे साथ रहता है। हमारा वोट उसी को गया है।

धर्मवीर कुमार, लोकल