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Lucknow: सहायक अध्यापक (प्रशिक्षित स्नातक पुरुष/महिला) की 29 जुलाई को होने वाली परीक्षा में नकल माफिया खलल न डाल सकें इसके लिये डीजीपी मुख्यालय में विशेष रणनीति तैयार की गई है। इसके तहत इस बार यह परीक्षा एसटीएफ की कड़ी निगरानी में होगी। डीजीपी मुख्यालाय में आयोजित बैठक में तय किया गया है कि सभी परीक्षार्थियों के फिंगर प्रिंट और सिग्नेचर अटेंडेंस शीट पर लिये जाएंगे।

डीजीपी ने की बैठक
डीजीपी ओपी सिंह ने लोक सेवा आयोग के सचिव जगदीश, सचिव माध्यमिक शिक्षा संध्या तिवारी, विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा बी।चंद्रकला, एडीजी कानून-व्यवस्था आनन्द कुमार, एडीजी लखनऊ जोन राजीव कृष्ण, आईजी एसटीएफ अमिताभ यश, एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह समेत अन्य अधिकारियों ने बिना किसी खलल परीक्षा कराने को लेकर मंथन किया।  गौरतलब है कि अपर मुख्य सचिव, माध्यमिक शिक्षा संजय अग्रवाल ने शासन से परीक्षा में एसटीएफ को सक्रिय किए जाने की सिफारिश की थी। बताया गया कि प्रश्नगत परीक्षा द्वारा लिखित एकल परीक्षा के आधार पर ही अभ्यर्थियों का अंतिम चयन किया जाना है। परीक्षा में सॉल्वर गैंग के द्वारा सेंध लगाए जाने की आशंका के दृष्टिगत सुरक्षा के विशेष बंदोबस्त किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि बीते दिनों हुई दारोगा भर्ती व यूपीपीसीएल की ऑनलाइन परीक्षाओं समेत अन्य पेपर में सॉल्वर गैंग सेंध लगा चुके हैं। लिहाजा अधिकारी पूरी मुस्तैदी बरत रहे हैं।

यह सामान रहेंगे प्रतिबंधित

मोबाइल, इलेक्ट्रानिक उपकरण, ब्लूटूथ व अन्य उपकरण। लोक सेवा आयोग द्वारा इसे लेकर कड़े निर्देश जारी करेगा।

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