बेसिक शिक्षा परिषद पर दूसरे दिन भी जारी रहा शिक्षामित्रों का प्रदर्शन

ALLAHABAD: परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापक ने शिक्षामित्रों ने समायोजन रद्द होने के बाद रोजी-रोटी का जुगाड़ देने की गुहार सरकार से लगाई है। इसे लेकर शुक्रवार को भी उन्होंने बेसिक शिक्षा परिषद ऑफिस के समक्ष धरना दिया।

शिक्षा मित्रों ने उठाई मांग

मंडल अध्यक्ष मुकेश पटेल ने कहा कि सरकार शिक्षामित्रों के लिए रोजगार की व्यवस्था करे

समायोजन रद्द होने से शिक्षामित्रों के सामने जीवन यापन का संकट आ गया है

सालों से स्कूलों में बच्चों को ज्ञान देने वाले शिक्षामित्र पल भर में सड़क पर आ गए है

उन्होंने शिक्षामित्रों से धैर्य के साथ आन्दोलन करने की बात कही

शनिवार को शिक्षामित्र अपने-अपने बीआरसी का घेराव करेंगे और तालाबंदी करके विरोध दर्ज कराएंगे

ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर ने शिक्षामित्रों का समर्थन किया

चिकित्सा मंत्री के आवास का घेराव

शिक्षा निदेशालय के बाद बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन करते हुए शिक्षामित्र चिकित्सा मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के आवास पर पहुंचे। यहां उनकी चिकित्सा मंत्री से मुलाकात हुई। उन्होंने मांग पत्र लिया। मंत्री ने शिक्षामित्रों को आश्वासन दिया कि उनकी आवाज सीएम तक जरूर पहुंचेगी।

सालों से कार्य कर रहे है। एक फैसले ने हमें स्कूल से सड़क पर ला दिया। हमारे सामने जीवन यापन का संकट आ गया है। इतने सालों की नौकरी के बाद अब इस उम्र में कौन सा काम करेंगे।

नौसाद अहमद

महानगर अध्यक्ष, उप्र प्राथमिक शिक्षामित्र संघ

शिक्षामित्रों ने कई बंद स्कूलों को खुलवाने का काम किया। जहां पढ़ाई नहीं हो रही थी, वहां पर नियमित पढ़ाई शुरू कराई। इसके बाद भी उनके साथ ऐसा बर्ताव किया जा रहा है।

मो। अख्तर

शिक्षमित्र, कौडि़हार 2

सरकार हमें ऐसी व्यवस्था दे, जिससे हमें रोजगार मिले और हमारी रोजी रोटी का संकट खत्म हो।

अनिरूद्ध गुप्ता

प्रा। वि। प्रतापपुर, करछना

हमने स्कूलों में पठन पाठन का कार्य करने के साथ ही अपने पैसों से बच्चों के लिए प्रतिभा खोज परीक्षा जैसे कई आयोजन किए। मेरे स्कूल में जाकर देख लें किस प्रकार वहां बीते सालों में परिवर्तन हुआ।

आशीष सिंह

प्रावि शीतलपुर, बहरिया