-भारत समेत म्यांमार, चीन, ताईवान, अमेरिका, मैक्सिको, सऊदी में देगा दिखाई

-3 घंटा 55 मिनट का होगा चन्द्र ग्रहण, दोपहर में 2.54 मिनट पर लगेगा सूतक

BAREILLY : इस साल का दूसरा व सबसे बड़ा खग्रास चन्द्रग्रहण 27 जुलाई को गुरू पूर्णिमा पर होगा। यह 3 घंटे 55 मिनट का रहेगा। इससे पहले गत 31 जनवरी को माघी पूर्णिमा पर चन्द्र ग्रहण था। जिसकी अवधि 3 घंटे 24 मिनट थी। इस बार यह ग्रहण रात 11 बजकर 54 मिनट पर शुरू होकर रात 3.49 बजे समाप्त होगा। करीब चार घंटे चलने वाले इस ग्रहण का सूतक 26 जुलाई को दोपहर 2.54 मिनट प्रारंभ होगा। सूतक लगते ही मंदिरों के कपाट बंद हो जाएंगे। बालाजी ज्योतिष संस्थान के ज्योतिषाचार्य पंडित राजीव शर्मा का कहना है कि इस दिन सभी लोगों को गुरु पूजा व अन्य धार्मिक अनुष्ठान सूतक लगने से पूर्व ही करना चाहिए। इसके बाद अगले दिन मंदिरों व घरों में शुद्धि के बाद ही पूजा पाठ शुरू होगा।

 

ग्रहण का फल

यह ग्रहण उत्तराषाढ़ और श्रवण नक्षत्र में घटित होगा। यह ग्रहण आषाढ़ मास में शुक्रवार को घटित हो रहा है। शास्त्रों में आषाढ़ मास में होने वाले ग्रहण से कहीं कुछ वर्षा, कहीं रोग, कहीं अन्न का लाभ तथा वर्ष में शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। ग्रहण क्रूर ग्रह मंगल से युत है इसीलिए शासक वर्ग में परेशानी की संभावना हो सकती है। ग्रहण शुक्रवार को होने के कारण शुभ फल प्राप्त होने की संभावना है। चांदी, चावल, दूध और रूई आदि पर भी नकारात्मक प्रभाव हो सकता है। मकर राशि में यह ग्रहण घटित होने के कारण जलीय जीव जंतु, समुद्र से उत्पन्न औषधियां आदि प्रभावित हो सकती हैं।

 

आषाढ़ शुक्ल उत्तराषाढ़ नक्षत्र में रहेगा ग्रहण

चन्द्र ग्रहण पूरे भारत समेत म्यांमार, चीन, ताईवान, अमेरिका, मेक्सिको और सऊदी समेत कई देशों में दिखाई देगा। इसके पूर्व इतनी लम्बी अवधि का चन्द्रग्रहण 26 जुलाई 1953 में हुआ था। इसके बाद कई बार चन्द्र ग्रहण हुए पर वह इससे कम अवधि के थे। इस साल का पहला चन्द्र ग्रहण 31 जनवरी को शाम 5.19 से रात 8.43 बजे तक था। इसकी अवधि 3 घंटा 24 मिनट थी। इस बार ग्रहण आषाढ शुक्ल उत्तराषाढ़ नक्षत्र में होगा। चन्द्र इस दिन मकर राशि में होगा। चन्द्र के साथ केतु भी इसी राशि में रहेंगे। इसके पूर्व 7 अगस्त 2017 में खंडग्रास चन्द्रग्रहण हुआ था। वर्ष 2019 में दो सूर्यग्रहण व एक चन्द्रग्रहण होंगे। संयोगवश तीनों ही भारत में दिखाई नहीं देंगे.

 

राशियों पर असर-

मेष-सुख एवं वैभव की प्राप्ति

वृष-मानहानि की आशंका एवं अनावश्यक भय

मिथुन-आकस्मिक दुर्घटनाओं की आंशका

कर्क-जीवन साथी को परेशानी

सिंह-शुभ फलप्रद, कार्यो की सिद्धि एवं सफलता

कन्या-अशुभ फलप्रद एवं पीड़ा

तुला-कार्यो में अनावश्यक अवरोध एवं परेशानी

वृश्चिक-कार्य सिद्धि, सफलता एवं धन का लाभ

धनु -व्यय की वृद्धि, आकस्मिक हानि

मकर-शारीरिक एवं मानसिक कष्ट

कुंभ-धन हानि एवं कार्यो में अवरोध

मीन-कार्यो में सफलता, उन्नति एवं ध्ान लाभ

 

ग्रहण का समय

11.54 बजे रात ग्रहण की शुरूआत

1.55 मिनट ग्रहण का मध्यकाल

3.49 बजे रात ग्रहण समाप्त