प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का कर रहे थे विरोध
नेपाल में मोरंग जिला के रंगेली में गुरुवार को प्रधानमंत्री केपी ओली के कार्यक्रम का विरोध कर रहे मधेशी आंदोलनकारियों पर नेपाल पुलिस ने अंधाधुंध फायरिंग की, जिससे छह लोगों की मौत हो गई और तीन दर्जन बुरी तरह से घायल हो गए। मृतकों में दो महिलाएं भी हैं। घायलों को विराटनगर भेजा गया है। रंगेली व डैनिया बाजार को खाली करवाते हुए पुलिस ने उन दोनों शहरों में कर्फ्यू लगा दिया है। पुलिस छावनी में तब्दील दोनों शहरों में अभी सभी के प्रवेश पर पाबंदी है।

बिहार के करीब है रंगेली
बिहार में अररिया जिला के सिकटी प्रखंड से रंगेली शहर सटा हुआ है। गुरुवार को वहां नेपाली प्रधानमंत्री का कार्यक्रम प्रस्तावित था। कार्यक्रम का उग्र विरोध कर रहे मधेशी आंदोलनकारियों ने रंगेली चौक पर दो बसों को आग लगा दी। उसके बाद नेपाल प्रहरी यानि वहां की पुलिस ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई। मृतकों में तीन की पहचान कर ली गई हैं।

पिछले साल अगस्त से जारी है आंदोलन
नेपाल के तराई में मधेशियों का आंदोलन पिछले साल 10 अगस्त से जारी है। अब तक 72 लोग मारे जा चुके हैं। पांच हजार से अधिक लोग पुलिस की गोली व लाठी से जख्मी हो चुके हैं। तराई की अर्थव्यवस्था चौपट हो चुकी है, फिर भी आंदोलन के खात्मे के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। राजधानी काठमांडू में 20 जनवरी को नेपाल सरकार के साथ संयुक्त तराई मधेश लोकतांत्रिक मोर्चा के बैनर तले मधेश के चार प्रमुख नेताओं की 17वें दौर की वार्ता विफल हो चुकी है। मधेशी नेताओं ने नए सिरे से उग्र आंदोलन का आगाज का एलान किया है।

संविधान में बराबरी मांग
वे संविधान में पहाड़ी मूल के निवासी के समकक्ष स्थिति की मांग कर रहे हैं। इससे पहले काठमांडू में 18 दिसंबर, 2015 को वार्ता असफल रही थी। उसके बाद जनकपुर में राष्ट्रपति विधा देवी भंडारी पर हमला कर मधेशियों ने सरकार को अपने उग्र रुख से अवगत करा दिया था। उसी के बाद इस साल आठ जनवरी को नेपाल सरकार ने एक बार फिर वार्ता की पेशकश की थी।

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