PATNA : नई दिल्ली स्थित एम्स में गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया। उनका पटना के साथ-साथ बिहार से विशेष लगाव था। अपने प्रधानमंत्री के कार्यकाल में पटना सहित बिहार को कई सौगात दी थी। पटना से उत्तर बिहार को जोड़ने वाले जेपी सेतु प्रोजेक्ट को वाजपेयी की सरकार ने ही स्वीकृति प्रदान की थी। इसके अलावा जब भी मौका मिलता था वे पटना जरूर आते थे। उत्तर बिहार की चमचमाती फोर लेन सड़कों पर गुजरते ही अटल बिहारी याद आ जाते हैं। उन्होंने ने ही स्वर्णिम चतुर्भुज योजना के तहत इस सड़क को मंजूरी दी थी।

मिले थे तीन मेगा प्रोजेक्ट

अटल बिहारी वाजपेयी ने 15 अगस्त 2002 को दीघा-सोनपुर के बीच गंगा पर रेल सह सड़क पुल सहित कोसी नदी पर रेल पुल और मुंगेर का रेल पुल का ऐलान किया था। दीघा-सोनपुर रेल पुल बन जाने से पटना का उत्तर बिहार से सीधा रेल संपर्क स्थापित हुआ।

ठाकुर प्रसाद से था विशेष लगाव

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पटना आने के दौरान अशोक सिनेमा हॉल में पिक्चर देखते थे। वहीं, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के बिहार शाखा के प्रथम संस्थापक कृष्ण बल्लभ प्रसाद नारायण सिंह उर्फ बबुआ जी एवं भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद के पिता ठाकुर प्रसाद से अटल जी के गहरे संबंध थे। दोनों पटना के कदमकुआं में रहते थे। अशोक सिनेमा हॉल के मालिक के मुताबिक एक बार दिलीप कुमार की कोई फिल्म लगी थी। अटल जी ने इच्छा जाहिर करके फिल्म देखी।

अटल जी ने अपने जीवन में लोकतांत्रिक मूल्यों को सर्वोपरि रखा। देश ने सबसे बड़े राजनीतिक शसियत के साथ एक प्रखर वक्ता, कवि, लेखक, चिंतक, विचारक और करिश्माई व्यक्तित्व को खो दिया है। अपने व्यक्तित्व की बदौलत राजनीतिक सीमाओं से परे सभी विचारधारा के लोगों को साथ लेकर चलने की उनमें अद्भुत क्षमता थी।

नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री