- सेतु का नाम पूर्व पीएम स्व। अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर

देहरादून, मोहकमपुर में बना रेलवे ओवर ब्रिज जनता को समर्पित कर दिया गया है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व। अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर इसका नामकरण अटल सेतु किया गया। शुक्रवार को सीएम टीएस रावत ने ब्रिज का इनॉग्रेशन किया, इसके बाद ब्रिज पर वाहनों ने फर्राटा भरना शुरू कर दिया है।

कम बजट और तय समय से पूरा हुआ प्रोजेक्ट

अटल सेतु के इनॉग्रेशन के मौके पर सीएम ने कहा कि मोहकमपुर आरओबी (अटल सेतु) का निर्माण तय एस्टीमेट से कम बजट 43 करोड़ में ही पूरा कर लिया गया। इतना ही नहीं प्रोजेक्ट समय से पहले ही जनता को समर्पित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि आरओबी बन जाने के बाद हरिद्वार हाईवे पर ट्रैफिक जाम से निजात मिल गई है।

विधायक ने रखी चार मांगें

आरओबी इनॉग्रेशन के दौरान स्थानीय विधायक उमेश शर्मा काऊ ने सीएम के सामने चार मांगें रखीं। जिसमें मोहकमपुर में ड्रैनेज सिस्टम ठीक करने, मोहकमपुर-नेहरूग्राम बाईपास की मांग शामिल हैं। विधायक ने मुख्य सड़कों की तरह लिंक रोड की दशा ठीक करने की भी सीएम से मांग की। इनॉग्रेशन प्रोग्राम में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, विधायक हरबंस कपूर, उमेश शर्मा काऊ, खजान दास, भरत चौधरी, एसीएस ओमप्रकाश, लोक निर्माण विभाग के विभागाध्यक्ष आरसी पुरोहित, एनएच के चीफ इंजीनियर हरिओम शर्मा मौजूद रहे।

जोगीवाला में बनेगा फ्लाईओवर

सीएम टीएस रावत ने इस दौरान हरिद्वार हाईवे पर जोगीवाला में फ्लाईओवर बनाने की घोषणा की। बताया कि इसके लिए कार्यदायी संस्था का भी चयन कर लिया गया है। एनएच डिविजन के अफसरों के अनुसार जोगीवाला फ्लाईओवर का प्रपोजल शासन को सौंप दिया गया है।

अटल सेतु पर एक नजर

-1050 मीटर लंबाई

-18.80 मीटर चौड़ाई

-फोर लेन

-डेडलाइन से 2 माह पहले हो गया तैयार।

- 43 करोड़ में हुआ निर्माण।

- 10 अगस्त 2016 में शुरू हुआ निर्माण।

- 5 अक्टूबर 2018 को बनकर तैयार।

मंदिर का भी होगा पुननिर्माण

सीएम ने मोहकमपुर में मौजूद मंदिर के पुनर्निर्माण की भी घोषणा की। लंबे समय से आरओबी के कारण प्रभावित हुए मंदिर को स्थानीय लोगों ने पुनर्निर्माण की मांग की थी।

आज डाट काली टनल का इनॉग्रेशन

अटल सेतु के उद्घाटन के दौरान सीएम टीएस रावत ने कहा कि शनिवार को दिल्ली हाईवे पर बनाई गई डाट काली टनल को भी ट्रैफिक के लिए खोल दिया जाएगा। बताया कि टनल का निर्माण कार्य भी डेडलाइन से तीन महीने पहले पूरा कर लिया गया है।

नहीं पहुंचे निशंक, राज्यलक्ष्मी शाह

उद्घाटन के मौके पर लगाए गए पत्थर में पूर्व सीएम व हरिद्वार सांसद डा। रमेश पोखरियाल निशंक व टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह का नाम भी अंकित है, लेकिन दोनों सांसद नहीं पहुंचे।

43, 60 व 81.73 करोड़ का कन्फ्यूजन

आरओबी के निर्माण की लागत को लेकर पब्लिक कनफ्यूज रही। सीएम ने अपने संबोधन में बताया कि आरओबी के लिए 60 करोड़ रुपए का एस्टीमेट बनाया गया था, लेकिन महज 43 करोड़ रुपए में आरओबी बनकर तैयार हो गया। वहीं, आरओबी के उद्घाटन शिलापट में आरओबी की कीमत 81.73 करोड़ रुपए अंकित की गई है।