RANCHI: भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई)के म् लाख कस्टमर्स के एटीएम कार्ड का क्लोन बना उनके एकाउंट से करोड़ों की हेराफेरी में साइबर फ्रॉड का हाथ है। रांची पुलिस की मदद से जांच में दिल्ली पुलिस ने पाया कि यस बैंक के जिन एटीएम का इस्तेमाल ग्राहकों ने किया, उनका सॉफ्टवेयर चीन में तैयार हुआ है। यही नहीं, क्लोनिंग करने के बाद इन लाखों काडरें का इस्तेमाल जिन स्वाइप मशीनों में किया गया, उनका भी सॉफ्टवेयर चीन में ही बना है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि चीन और यस बैंक के सॉफ्टवेयर का क्लोन वही बना सकता है, जो इस सॉफ्टवेयर के बारे में अच्छा जानकार हो। इस बाबत आईजी सह झारखंड पुलिस प्रवक्ता एमएस भाटिया के मुताबिक, पुलिस साइबर एक्सपर्ट की मदद से मामले की तह में जाने की कोशिश में जुटी हुई है।

रांची निवासी की कंप्लेन पर खुलासा

रांची के मूल निवासी और दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में कार्यरत अधिवक्ता मदन मोहन का एकाउंट एसबीआई की दिल्ली में तीस हजारी स्थित शाखा में है। क्ब् अक्टूबर को रांची में एटीएम से पैसा न निकलने पर उन्हें जानकारी मिली कि उनका कार्ड ब्लॉक कर दिया गया है। उन्होंने इसकी शिकायत एसबीआई की अध्यक्ष अरुंधती भट्टाचार्य और ग्राहक सेवा अधिकारी से की। जब इस मामले की जांच की गई, तो पता चला कि रांची में एटीएम का उपयोग करने से पूर्व दिल्ली के मुंडका स्थित यस बैंक के एटीएम का इस्तेमाल किया गया था।

म् लाख से अधिक कार्ड ब्लॉक (बॉक्स)

धोखाधड़ी रोकने के लिए एसबीआई और उसके सहयोगी बैंकों ने म् लाख से अधिक डेबिट कार्ड ब्लॉक कर दिया था। इन सभी कस्टमर्स को बैंक दोबारा कार्ड जारी करेगा। साइबर क्राइम के शिकार एसबीआई के एक ग्राहक द्वारा बैंक में शिकायत किए जाने के बाद इस धोखाधड़ी का पर्दाफाश हुआ।

ऐसे शिकार बने लोग

सबसे खास बात यह है कि इन सभी ग्राहकों ने देश के विभिन्न हिस्सों में यस बैंक के एटीएम का उपयोग किया था। इन एटीएम काडरें का पहले क्लोन बनाया गया और बाद में क्लोन किये गये कार्ड का उपयोग ऑनलाइन खरीदारी, भुगतान और एटीएम से धन निकासी के लिए किया गया। एसबीआई ने विभिन्न राज्यों में लाखों ग्राहकों के एटीएम कार्ड ब्लॉक कर दिए हैं। यह धोखाधड़ी लंबे समय से चल रही थी।

ऐसे खाली किया एकाउंट

साइबर फ्रॉड ने करीब छह लाख ग्राहकों के एटीएम कार्ड का क्लोन बनाकर धन निकासी, ई-कॉमर्स साइट और स्वाइप मशीनों के जरिए खरीदारी कर ली।

विदेशों से जुडे़ हैं तार

एसबीआई के मुताबिक, कुछ ग्राहक वायरस से प्रभावित एटीएम यूज कर रहे थे। अधिकतर लोगों के एटीएम से जो निकासी हुई है, वो विदेशों से की गई है।

क्वोट

एक दिन पहले ही ऐसी घटना घटी है। दिल्ली पुलिस के सहयोग से रांची पुलिस साइबर एक्सपर्ट की मदद से साइबर फ्रॉड को तलाश रही है। यह एक आर्थिक अपराध है। पुलिस जांच कर रिपोर्ट देगी।

-एमएस भाटिया, आईजी सह पुलिस प्रवक्ता, झारखंड