RANCHI : जनवरी ख्0क्ब् में मीना देवी का एटीएम कार्ड बदलकर उनके अकाउंट से ख्ब् हजार रुपए की धोखाधड़ी की गई थी। इस मामले में मीना देवी ने लोअर बाजार थाने में एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके अनुसंधानकर्ता थाने में पदस्थापित जमादार एमपी यादव को बनाया गया था। केस फाइनल करने के लिए सिटी डीएसपी पीएन सिंह जमादार से रिपोर्ट मांग रहे हैं। उन पर कर्तव्यहीनता और लापरवाही का आरोप लग रहा है। पर, जमादार के साथ ट्रेजडी यह है कि वह बार-बार फुटेज के लिए बैंक अधिकारी के पास जा रहे हैं, लेकिन बैंक उस घटना का फुटेज अनुसंधानकर्ता को यह कहकर नहीं दे रहे हैं कि अभी तक फुटेज नहीं आ पाया है। थर्सडे को जमादार ने पूरे केस की तहकीकात की। वे बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में गए और मैनेजर से घटना के दिन का वीडियो फुटेज मांगा, पर बैंक मैनेजर ने उन्हें यह कहकर वापस भेज दिया कि अभी फुटेज मुंबई से नहीं आया है। आलम यह है कि एक फुटेज के कारण जांच रुकी हुई है।

ह है मामला

मीना देवी नामक महिला जनवरी में एटीएम से पैसे निकालने के लिए गई थीं। उनसे पैसा नहीं निकल रहा था। वह एटीएम से बाहर निकल रही थीं कि एक युवक धक्का मारते हुए अंदर प्रवेश कर गया। उसने कहा कि क्या मामला है। मीना ने बताया कि उनके पैसे नहीं निकल रहे हैं। इसके बाद युवक ने मीना के पास से रखे पैसे और एटीएम छीन लिए। इस मामले में मीना ने अपने पड़ोसी पर शक जाहिर की थी। महिला ने यह भी बताया कि उसे कुछ नंबरों से धमकी भी दी जा रही है। जमादार एमपी यादव के मुताबिक, युवक जहां रहता है, उसे खोजने के लिए पुलिस गई, पर युवक नहीं मिला। इसी बीच पांच महीने बीत गए, केस ज्यों की त्यों पेंडिग है।

बैंक अधिकारी को लिखा जाएगा पत्र

बैंक का फुटेज नहीं मिलने पर पुलिस अब बैंक अधिकारी को पत्र लिखेगी। पत्राचार के माध्यम से उन्हें बताया जाएगा कि सहयोग नहीं करने से एक ओर न तो आरोपी पकड़ा जा रहा है और न ही केस सॉल्व हो रहा है।