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-सिटी के अंदर हुई घटनाओं के बाद भी चोरों के गैंग को नहीं पकड़ पा रही पुलिस
-दोनों की घटनाओं में एक ही गैंग का है हाथ, आसपास के जनपदों में ही है ठिकाना
PRAYAGRAJ: एटीएम का चेस्ट काटकर चोरी करने वाले चोर और पुलिस के बीच चल रहा लुकाछिपी का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा। घटना को अंजाम देने वाले चोरों का ठिकाना शहर से लेकर आसपास के जनपदों में ही है। कर्नलगंज के बाद शुक्रवार रात जार्जटाउन के अल्लापुर में हुई घटना इस बात की ओर संकेत करती है। क्राइम सीन से यह स्पष्ट हो चुका है कि दोनों घटनाओं में एक ही गैंग का हाथ है। चोरों एक तरह से पुलिस को खुला चैलेंज कर दिया है कि वह कभी भी किसी भी एटीएम को निशाना बना सकते हैं। इस बीच जॉर्जटाउन पुलिस रविवार देर शाम तक चोरों का सुराग लगा पाने में असमर्थ रही।
क्लू न मिलने से पुलिस भी हैरान
कर्नलगंज के ओम गायत्री नगर मोहल्ला स्थित शिवपुर चौराहे पर 29 मई को गैस कटर से चोरों ने एटीएम का चेस्ट काटा था। यहां एटीएम में रखे 11 लाख 51 हजार रुपए समेट कर चोर फरार हो गए। घटना की तफ्तीश में जुटी कर्नलगंज पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला था। पड़ताल में पाया गया था कि चोरों ने घटना में एक फोर व्हीलर यूज किया था। प्रयोग की गई गाड़ी पर जांच में बाइक का नंबर मिला था। इसके बाद जांच में जुटी पुलिस शांत होकर बैठ गई। आज तक चोरों का पता नहीं चल सका।
कानपुर वाराणसी में है नजर
इस घटना का खुलासा अभी हुआ भी नहीं कि जॉर्जटाउन अल्लापुर में चोरों ने इसी स्टाइल में घटना को अंजाम देने की कोशिश की। यह बात दीगर रही कि चोर अपने मकसद में कामयाब नहीं हुए। यदि एसबीआई का चेस्ट काटने में वह सफल हो गए होते तो एक बार फिर करीब 35 लाख रुपए चोरी होना तय था। दोनों घटनाओं में गैस कटर व चार पहिया गाड़ी का प्रयोग किया गया है। इससे यह कहना गलत नहीं होगा कि गैस कटर से एटीएम का चेस्ट काटकर चोरी करने वाले गैंग का ठिकाना शहर या आसपास के जनपदों में ही है। जबकि कर्नलगंज क्षेत्र में हुई घटना के बाद चोरों की तलाश में जुटी पुलिस कानपुर और वाराणसी तक ही सीमित रही।
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कैश को लेकर बेफिक्र हैं बैंक
-बैंकों से जुड़े जानकार बताते हैं कि एटीएम में मौजूद पैसों को लेकर बैंक के अफसर बेफिक्र रहते हैं।
-दबी जुबान उन्होंने इसकी वजह भी बताई। उनके मुताबिक एटीएम के पैसे का बीमा होता है।
-ऐसे में यदि एटीएम से पैसे चोरी हो भी जाते हैं तो बीमा कंपनी बैंक को पूरे पैसे का भुगतान कर देती है।
-इंश्योरेंस का पैसा मिलने के बाद बैंक को कोई नुकसान नहीं होता।
-इसलिए जिम्मेदार एटीएम की सुरक्षा को लेकर कोई खास पहल नहीं करते।
वर्जन
एटीएम में चोरी का प्रयास करने वालों की तलाश की जा रही है। पकड़े जाएंगे तो बता दिया जाएगा। टीमें लगाई गई हैं। कोई क्लू मिले तो उस पर काम किया जाय।
-सुनील सिंह, इंस्पेक्टर जार्जटाउन