RANCHI : सिटी के कांटाटोली से बरामद सिमबॉक्स मामले में अपराध अनुसंधान विभाग के अधीन आतंकवाद निरोधी दस्ता(एटीएस) ने गुरूवार को सिम देनेवाली कंपनी के अधिकारियों से पूछताछ की। पूछताछ में एटीएस को पता चला कि बरामद सिमबॉक्स मामले में जांच जारी है। युवकों से अब भी पूछताछ जारी है। पूछताछ में युवकों ने अपनी कंपनी वन एक्सटेल से संबंधित दस्तावेज एटीएस को दिखाया। जिसमें कंपनी टेलीकॉम रेगुलेटरी अथारिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) से रजिस्टर्ड किया गया है।

ले रखी थी फ्रेंचाइजी

कंपनी का मुख्यालय नोएडा सेक्टर 63 में है, इसकी फ्रेंचाइजी लेकर जावेद अहमद रांची के कांटाटोली स्थित हसीबा इंक्लेव में चला रहा था। यह कंपनी बल्क में एसएसएम और ईमेल भेजने के साथ-साथ मिस कॉल सर्विस, वाइस एसएमएस, लांग कोड सर्विस और शार्ट कोड सर्विस उपलब्ध कराती थी। एटीएस के अधिकारी पूछताछ में कंपनी के पंजीयन को लेकर अपने संदेह मिटा चुके हैं।

एक ही नेटवर्किग कंपनी के हैं सभी सिमकार्ड

अब एटीएस बल्क में करीब 10 हजार सिमकार्ड आवंटित किए जाने के मामले की जांच कर रही है। सभी सिमकार्ड एक ही नेटवर्किंग कंपनी के हैं। सभी सिमकार्ड वन एक्सटेल मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम से आवंटित कराए गए थे, जिसमें लिखा गया है कि व्यवसाय के उद्देश्य से ये सिमकार्ड लिए गए हैं। एटीएस ने सिमकार्ड उपलब्ध कराने वाली कंपनी के अधिकारी को पत्राचार कर पूछताछ के लिए रांची बुलाया है। उनके आने के बाद ही यह स्थिति स्पष्ट होगी कि बल्क में सिमकार्ड कैसे आवंटित किए गए। चर्चा है कि रिश्वत लेकर नेटवर्किंग कंपनी के अधिकारियों ने यह सिमकार्ड उपलब्ध कराया था।