एटीएस यूनिट का आकार

01 इंस्पेक्टर

02 सब इंस्पेक्टर

02 हेड कॉन्सटेबल

08 कॉन्सटेबल

(सभी विशेष कमांडो ट्रेनिंग प्राप्त)

-मध्य प्रदेश बॉर्डर से बढ़ते खतरे और कुंभ मेला पर आतंकी साये के मद्देनजर डीजीपी मुख्यालय ने लिया निर्णय

LUCKNOW:

प्रदेश में आतंकी खतरे से निपटने के लिये जिम्मेदार यूपी एंटी टेररिस्ट स्क्कॅयड अब इलाहाबाद में अपनी नौवीं यूनिट स्थापित करने की तैयारी में है। मध्य प्रदेश बॉर्डर से बढ़ते खतरे और जनवरी में शुरू हो रहे कुंभ मेले पर आतंकी साये के मद्देनजर डीजीपी मुख्यालय ने यह निर्णय लिया है। सूत्रों के मुताबिक, यूनिट की स्थापना के लिये जमीन तलाशने का काम शुरू कर दिया गया है और जल्द ही इसका भवन बनाने के साथ यूनिट की तैनाती कर दी जायेगी।

प्रदेश में नौ यूनिट हैं तैनात

देश में बढ़ती आतंकी घटनाओं के बीच प्रदेश में इन पर रोकथाम के लिये वर्तमान में यूपी एटीएस की प्रदेश भर में आठ यूनिट मेरठ, कानपुर, लखनऊ, आजमगढ़, गोरखपुर, वाराणसी, आगरा और बरेली व नोएडा में तैनात हैं। हालांकि, कई संवेदनशील जिलों में अब तक एटीएस की यूनिट स्थापित नहीं हो सकी है। नतीजतन, यह सभी यूनिट अपने आसपास के जिलों को भी कवर करती हैं और वहां होने वाले ऑपरेशन को अंजाम देती हैं। लखनऊ स्थित मुख्यालय में चार यूनिट हैं, जबकि, छह स्पेशल ऑपरेशंस यूनिट हैं, जो जरूरत के मुताबिक प्रदेश भर में मूव करती हैं। लेकिन, दूसरे जिलों से सभी संवेदनशील जिलों में लगातार निगरानी करना संभव नहीं हो पाता।

इलाहाबाद है अहम जिला

बीते दिनों इलाहाबाद जिले से लगे मध्यप्रदेश के रीवां में टेरर फंडिंग का मास्टरमाइंड दबोचा गया था। उससे हुई पूछताछ के बाद उसके नेटवर्क के तार प्रतापगढ़ व इलाहाबाद में भी मिले थे। जिसके बाद ताबड़तोड़ कई गिरफ्तारियां हुई थीं। इसके अलावा मध्य प्रदेश में सिमी व इंडियन मुजाहिदीन के स्लीपर सेल के पकड़े जाने से भी इलाहाबाद को अहम जिलों में शुमार कर दिया था। वहीं, जनवरी महीने में इलाहाबाद में कुंभ मेला शुरू होगा। जिसमें शामिल होने के लिये देश-विदेश से श्रद्धालु पहुंचेंगे। यूपी पुलिस के लिये मेले को शांतिपूर्वक संपन्न कराना बड़ी चुनौती है। इसी के मद्देनजर इलाहाबाद में एटीएस की यूनिट की स्थापना का निर्णय लिया गया है। सूत्रों ने बताया कि यूनिट के लिये जगह की तलाश शुरू कर दी गई है। कुंभ मेला में कम समय बाकी होने की वजह से उम्मीद की जा रही है कि इलाहाबाद पुलिस लाइंस या पुलिस के ही किसी मौजूदा भवन को एटीएस यूनिट के लिये दिया जायेगा।