RANCHI: आतंकवाद निरोधक दस्ता अपनी टीम में साइबर यूथ बिग्रेड तैयार कर रहा है। आने वाले कुछ दिनों के भीतर साइबर ट्रैफिक एक्सपर्ट, मोबाइल कम्युनिकेशन एक्सपर्ट, डाटाबेस एडमिन और हार्डवेयर इंजीनियर से एटीएस पूरी तरह लैस हो जाएगा। करीब 15 युवाओं का चयन फाइनल कर दिया गया है और इन्हें जल्द से जल्द एटीएस के साथ जुड़कर अपनी जिम्मेदारी संभालनी है। बदलते तकनीक के युग में आतंकवाद और नक्सलवाद के खात्मे के लिए पुलिस को फुल प्रूफ टेक्निकल एक्सपर्ट टीम की लगातार जरूरत पड़ रही है। पुलिस टीम हथियार, जंगल और ऑपरेशन में तो काबिल है लेकिन तकनीकी सहायता के अभाव में उनलोगों को बड़ी सफलता हाथ नहीं लग पा रही। घने जंगलों के बीच नक्सलियों ने अपना गढ़ तैयार कर लिया है, लेकिन पुलिस को उनकी स्थिति की सही जानकारी नहीं मिल पाती। इस कारण नक्सली ओहदेदार अपने खेमों में बैठकर आतंक का नेटवर्क चला रहे हैं।

नक्सल पर पाइपलाइन ब्रेक अटैक

स्टेट पुलिस नक्सलियों को पहुंचनेवाले हथियार, राशन और अन्य सहायता की पाइपलाइन को ब्रेक करने की रणनीति पर काम कर रही है। इस काम में साइबर एक्सपर्ट और मोबाइल एक्सपर्ट काफी सहायता प्रदान कर रहे हैं, लेकिन पुलिस टीम को 24 घंटे टेक्निकल सपोर्ट की जरूरत है। एटीएस की टीम में इन युवाओं की भर्ती से ऑपरेशन और भी ज्यादा कारगर होंगे।

उग्रवादियों के हर मूवमेंट पर नजर

एटीएस की टीम में साइबर यूथ बिग्रेड के शामिल हो जाने से नक्सलियों के हर मूवमेंट पर पुलिस की नजर रहेगी। बड़े नक्सली ओहदेदारों की मूवमेंट की जानकारी मिलने से पुलिस जल्द ही बड़ी सफलता हासिल कर सकती है।

कॉल डंप, ट्रेस, लोकेशन फाइंडिंग समेत कई काम

टेक्निकल टीम में एक्सपर्ट शामिल होकर हर तरह के मोबाइल कॉल को डंप, ट्रेस, लोकेशन फाइंडिंग का काम आसानी से कर सकते हैं। इन एक्सपर्ट की टीम लगातार नंबरों की मॉनिटंिरंग करेगी और उससे संबंधित आवश्यक जानकारियां पुलिस को मुहैया कराएगी, जिसपर पुलिस की क्विक एक्शन टीम काम करेगी।

किस पद पर कितने युवा

पोस्ट संख्या

साइबर ट्रैफिक एक्सपर्ट 4

मोबाइल कम्युनिकेशन एक्सपर्ट 5

डाटाबेस एडमिन 2

हार्डवेयर इंजीनियर 4

सीसीटीएनएस की बढ़ेगी कार्यक्षमता

क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्किग सिस्टम विगत दो सालों से चलाया जा रहा है, लेकिन इसकी कार्यक्षमता में वृद्धि नहीं हो पा रही है। इस कारण अपराधियों, नक्सलियों और आतंकियों का डाटाबेस तैयार करने में मुश्किलें आ रही हैं। एक्सपर्ट की टीम का दावा है कि एटीएस जल्दी ही सीसीटीएनएस की कार्यक्षमता को बढ़ाते हुए असामाजिक तत्वों का डिटेल डाटाबेस तैयार कर लेगी।

वर्जन

एटीएस युवाओं की भर्ती से काफी स्ट्रांग हो रहा है। नए टास्क हैं, नयी चुनौतियां हैं और कई तरह के टारगेट हैं, जिन्हें पूरा करना है। 2018 तक नक्सलवाद के खात्मे पर काम तेज किया जा रहा है।

-पी मुरुगन, एटीएस एसपी