राडार पर चार सफेदपोश, 20 व्यापारी, ढाई सौ मोबाइल नंबर

जांच के लिए आईजी सहित अन्य अफसर पहुंचेंगे गोरखपुर

टेरर फडिंग में इंटरपोल की मदद लेगी एटीएस

GORAKHPUR: गोरखपुर टेरर फंडिंग का खेल सामने आने के बाद कई लोग टेरर में आ गए हैं। पाकिस्तान वाया नेपाल चल रही जांच के दायरे में गोरखपुर जिले के कम से कम चार नेताओं सहित 20 से अधिक व्यापारियों पर एटीएस की नजर है। नेपाल से लेकर गोरखपुर तक चंद साल के भीतर कई गुना बिजनेस डेवलप करने वाले 20 बड़े कारोबारियों की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है।

एटीएस ने शिकंजा कसा तो बड़े नाम के चेहरों के बेनकाब होने पर लोग हैरत में पड़ जाएंगे। हालांकि हाल-फिलहाल ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई के आसार नहीं है। इंटरपोल की मदद लेने की तैयारी शुरू हो गई। इंटरपोल के जरिए नेपाल में बैठे लोगों पर कार्रवाई में आसानी होगी।

एक दूसरे से जुड़ते जा रहे तार, पैसे ढोती थी कार

शहर में टेरर फडिंग की जांच में लगी एटीएस को तमाम तरह की जानकारी मिल रही है। शहर के भीतर बिजनेस करने वाले 20 से अधिक बड़े व्यापारियों को सूचीबद्ध किया गया है। नेपाल से किसी न किसी बहाने कारोबार करने वाले कुछ लोगों ने जमकर हेराफेरी की है। इस कारोबार के जरिए पांच से छह साल के भीतर लगातार अपनी प्रापर्टी बढ़ाई है। नए मकान, बिजनेस कांम्पलेक्स, भूमि की सौदेबाजी करने वाले लोगों की पड़ताल करने पर कुछ लोगों को स्कैन किया गया। उनके रहन-सहन, फैमिली मेंबर्स और रिश्तेदारों के कारोबार की जांच के लिए टीमें लगी हैं। जांच में एक ऐसे व्यक्ति की जानकारी मिली है, जिसकी कारों के काफिले में रुपए की ढुलाई होती थी।

चुनाव में दिखाई थी शाहखर्ची, होगी जांच पड़ताल

एटीएस की जांच के दायरे में चार सफेदपोश भी हैं। इलेक्शन के दौरान भूजा की तरह रुपया खर्च करने वाले एक सफेदपोश सहित तीन अन्य को राडार पर रखा गया है। एटीएस से जुड़े लोगों का कहना है कि गोरखपुर से लेकर दिल्ली तक फैले रैकेट में तमाम लोगों के जरिए रुपए की हेराफेरी होती रही है। पब्लिक का ध्यान बंटाने के लिए ये लोग विभिन्न तरह के कारोबार भी करते हैं। लेकिन मामूली कारोबारी से उनके खास बनने को लेकर कई बार सवाल उठ चुके हैं। कहा जा रहा है कि चुनावों के दौरान प्रत्याशियों को आर्थिक मदद पहुंचाकर ये लोग बड़ा सहयोग करते रहे हैं। खुद चुनाव में ताल ठोकने के लिए तैयार रहते हैं। इनका सारा पैसा नेपाल से लेकर दिल्ली तक घूमता रहता है। ऐसे लोगों के करीब ढाई सौ मोबाइल नंबर ट्रेस किए गए हैं जिनकी बातचीत में कारोबार की जानकारी मिल चुकी है।

आरोपियों संग पहुंची एटीएस, मचा रहा हड़कंप

गोरखपुर में मोबाइल कारोबारी भाइयों संग गिरफ्तार किए गए लोगों को रिमांड पर लेकर एटीएस पूछताछ कर रही है। शनिवार को सबको अपने साथ लेकर एटीएस गोरखपुर पहुंचीं। अलग-अलग टीमों ने जांच पड़ताल की। आरोपियों के ठिकानों, उनकी दुकानों तक टीम पहुंची। कुछ नए लोगों से पूछताछ कर जानकारी जुटाई गई। आरोपी मुशर्रफ और सुशील राय के कमरे से एटीएस ने चार बैग बरामद किया। बैग के भीतर क्या रखा था। इसकी जानकारी नहीं हो सकी।

तारामंडल स्थित पेट्रोल पंप पर यूज किए जाने वाले स्वैप मशीन को सील कर टीम अपने साथ उठा ले गई। शाहपुर एरिया के जंगल तुलसीराम बिछिया में सब्जी विक्रेता के घर जाकर एटीएस ने जानकारी जुटाई। तलाशी के दौरान कई संदिग्ध वस्तुओं को कब्जे में लिया। शाम को एटीएस के लोग बलदेव प्लाजा पहुंचे। जहां करीब एक घंटे तक पूछताछ हुई। कपड़ों के कारोबारी सहित कुछ लोगों से पूछताछ करके जानकारी ली गई। एटीएस के पहुंचने की सूचना से दिनभर हड़कंप मचा रहा। मामले में एक दूसरे से तार जुड़ने पर एटीएस के कई दिनों तक गोरखपुर में कैंप करने की संभावना है। उधर, एटीएस ने अभियुक्तों की कस्टडी रिमांड बढ़ाने की अर्जी तैयार कर ली है। एटीएस से जुड़े लोगों का कहना है कि कोर्ट में अर्जी पेश की जाएगी। रिमांड बढ़ने पर कई नई जानकारियां सामने आएगी।