-300 आशा कर्मचारियों की मदद से डेंगू का लारवा खत्म का चला अभियान

अप्रैल 2017 से अब तक चला अभियान

DEHRADUN: डेंगू के मच्छर यानि 'टाइगर' के अटैक से निजात पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इस साल अब तक करीब डेढ़ लाख घरों की खाक छान मारी। विभाग को जहां भी डेंगू के लारवा की संभावनाएं नजर आई, वहां दवाइयों से लारवा को मारने की कोशिश की और नगर निगम के सहयोग से फॉगिंग की गई। विभाग का दावा है कि पिछले साल की तुलना में इस बार टाइगर के अटैक पर नियंत्रण रहा है।

पिछले साल डेढ़ हजार पॉजिटिव मामले सामने आए

पिछले साल दून में करीब डेढ़ हजार डेंगू के पॉजिटिव मामले सामने आए थे। शुरुआत लक्खीबाग इलाके से हुई थी और शायद ही शहर का कोई इलाको हो, जहां टाइगर का अटैक न हुआ हो। तत्कालीन सरकार डेंगू से नियंत्रण के लिए सड़क पर उतर आई थी, जबकि विपक्ष ने डेंगू को ही मुद्दा बना दिया था। इस बार भी ऐसी दिक्कत सामने आए, इसके लिए शुरुआत से ही स्वास्थ्य विभाग ने कमर कसनी शुरू कर दी थी। जिला मलेरिया अधिकारी की देख-रेख में डेंगू के लारवा को खत्म करने के लिए अभियान शुरू कर दिया था। जिला मलेरिया अधिकारी की मानें तो अब तक दून के करीब डेढ़ लाख घरों तक उनकी टीमें पहुंची हैं। जहां डेंगू के लारवा की जांच की गई और लोगों के बीच जागरूकता कार्यक्रम चलाए गए।

77 पॉजिटिव मामले आए सामने

स्वास्थ्य विभाग ने इस बार डेंगू के लारवा के खात्मे के लिए करीब फ्00 आशा कर्मचारियों की मदद ली। जहां लारवा मिलने की संभावना थी, वहां पर दवाइयों का छिड़काव किया गया और नगर निगम की टीम ने फॉगिंग की। फिलहाल इस बार अब तक केवल 77 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। इनमें से अकेले देहरादून के ख्8 बताए गए हैं। बाकी सहारनपुर, हरिद्वार सहित दूसरे शहरों के हैं। इसी प्रकार से इस साल भ्00 एलाइजा की जांच हुई है।