- पिपराइच एरिया के रतनपुर परती टोला की घटना, सुबह खेत की तरफ गई थी महिला

- बाद में पांव के निशान देखकर असलहा लेकर जानवर को तलाशती रही पब्लिक

GORAKHPUR: जंगल से निकलकर तेंदुआ बुधवार को खेतों में पहुंच गया और एक महिला को मार डाला। लोगों के सामने ही महिला ने दम तोड़ दिया और वे कुछ नहीं कर सके। बाद में तेंदुए के पैरों के निशान के सहारे पब्लिक उसे ढूंढती रही। सूचना पर पहुंचे विधायक प्रतिनिधि अमरेन्द्र निषाद असलहा लेकर निशान के सहारे बहुत दूर तक आगे बढ़े लेकिन फिर लोग पीछे हो गए। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। घटना के बाद गांव के लोग दहशतजदा हैं। शाम में ही गांव में सन्नाटा पसर गया। लोगों ने बच्चों को घर से निकलने से मना कर दिया है। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि हमला करने वाला जानवर जंगली सुअर भी हो सकता है। पंजों के निशान के आधार पर लोग अलग-अलग तरह की अटकलें लगा रहे हैं।

काट दिया गला

पिपराइच क्षेत्र के रतनपुर परती टोला निवासी चन्द्रभान गड़ेरिया की पत्‍‌नी गीता (30) बुधवार को सुबह खेतों की तरफ गई थी। गांव से उत्तर जयुनहिया निवासी राम आसरे के धान के खेत में अचानक उस पर किसी जानवर ने हमला कर दिया। महिला ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। महिला के गले को काटते हुए जानवर फिर खेतों की तरफ भाग गया। कुछ दूर तक जानवर ने महिला को खींचने की भी कोशिश की है। लोगों का कहना है कि वह एक तंदरुस्त तेंदुआ था। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि वह जंगली सुअर था।

जान बचाने के लिए ली जोखिम

तेंदुआ द्वारा एक महिला को मार डालने की बात कुछ ही दूर में इलाके में जंगल में आग की तरह फैल गई। इसके बाद लोग जमा होने लगे। गांव में भी दहशत फैल गई। इसके पहले जिले में तेंदुए की घटनाएं एक बार फिर लोगों के जेहन में ताजा हो गई। कुछ लोग उसे जंगली सुअर बताकर लोगों को धैर्य रखने की बात कर रहे थे तो वहीं कुछ लोग तेंदुआ बताकर बात को हल्के में नहीं लेने की बात कह रहे थे। घटना से लोग दहशतजदा हो गए। निर्णय लिया कि उस जानवर को ढूंढना चाहिए वरना किसी और की भी जान जा सकती है। सूचना पाकर विधायक प्रतिनिधि अमरेन्द्र निषाद भी असलहा लेकर पहुंच गए। भागते समय जानवर के पांव के निशान खेतों में बन गए थे। उस निशान को देखते हुए अमरेन्द्र व अन्य लोग आगे की तरफ बढ़ते गए। लेकिन, कहीं कुछ न मिला।

बॉक्स

अब कैसे मुस्कराएगी मुस्कान

रतनपुर परती टोला निवासी चन्द्रभान गड़ेरिया बाहर रहकर पेंटिंग का काम करते हैं। गांव में उनकी पत्‍‌नी गीता (30) बच्चों के साथ रह रही थी। गीता की मौत की सूचना पर चन्द्रभान घर के लिए निकल गए हैं। मां की मौत से बेटा सिकंदर (9), संजना (7) और मुस्कान (4) का रो-रोकर बुरा हाल है। बच्चों की हालत देखकर लोग वन विभाग को कोस रहे हैं। लोगों का कहना है कि कई बार तेंदुए ने लोगों पर हमला किया है लेकिन उसके बाद विभाग सो जाता है। लोगों ने पूरे जंगल एरियाज की बैरिकेडिंग करवाने और जंगल में अवैध कटान पर रोक लगाने की मांग की है। लोगों का कहना है कि जंगल में ज्यादा शोर-गुल से जानवर आबादी वाले एरिया की तरफ भाग रहे हैं। वहीं विभाग जानवरों को पकड़ने में नाकाम है। उसके पास कोई सुरक्षा नहीं है।

कोट

खेत में मिले पंजों के निशान किसी बड़े जानवर के होने की आशंका है। लेकिन, वह जानवर के पंजे के निशान हैं, यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा।

- रामसूरत यादव, वनाधिकारी