-बीजेपी नेत्री व उनके साथियों ने पहले बोला पुलिस पर हमला, जमकर की मारपीट

-कॉन्स्टेबल की तहरीर पर बीजेपी नेत्री पर एफआईआर दर्ज, अन्य केस भी दर्ज

BAREILLY: नकटिया चौकी में बीजेपी की जिला मंत्री ज्योति मिश्रा और कॉन्स्टेबल विपिन के बीच हाथापाई की पोल चौकी में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज ने खोल दी है। बीजेपी नेत्री व उनके समर्थकों ने सबसे पहले कॉन्स्टेबल पर हमला बोला था। सभी ने मिलकर कॉन्स्टेबल की जमकर पिटाई की थी, जिसके चलते जवाब में कॉन्स्टेबल ने हाथ उठाया था। हर बार बीजेपी नेताओं की गुंडागर्दी पर पीछे हटने वाली पुलिस ने इस बार सख्त कदम उठाया। पुलिस ने कॉन्स्टेबल की तहरीर पर बीजेपी नेत्री व उनके समर्थकों के खिलाफ पुलिस पर हमला, मारपीट, सरकारी काम में बाधा डालने समेत कई धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है। वहीं दूसरी एफआईआर धर्मेंद्र पर हुए जानलेवा हमले के मामले में दर्ज की गई है, जिसकी सिफारिश करने चौकी में ज्योति मिश्रा गई थीं, इसमें भी उन्हें नामजद किया गया है। जबकि ज्योति मिश्रा की तहरीर पर कॉन्स्टेबल के खिलाफ एनसीआर दर्ज की गई है और धर्मेद्र पक्ष पर क्रॉस एफआईआर की गई है। हालांकि अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

हत्या के प्रयास और बवाल का केस दर्ज

बता दें कि जैनत एंक्लेव निवासी उदयवीर सिंह 41वीं वाहिनी पीएसी गाजियाबाद में तैनात हैं। उनके दो बेटे प्रवेंद्र और धर्मेद्र उर्फ कल्लू हैं। कल्लू दिल्ली में जॉब करता है। वह मंडे को घर पर आया हुआ था। ट्यूजडे रात को करीब 8 बजे दोस्तों के साथ घूम रहा था। इसी दौरान मोहल्ले के रहने वाले फौजी दिनेश पाल सिंह की पत्‍‌नी सरिता सिंह, उनका बेटा, मोनू पंडित, राकेश पांडेय, प्रदीप, योगेश और सोनू ने मिलकर धर्मेद्र के साथ मारपीट की और सिर पर धारदार हथियार से वार कर दिया। धर्मेद्र को सिद्धि विनायक हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। जब इस मामले की धर्मेद्र पक्ष ने तहरीर नकटिया चौकी में दी तो दूसरे पक्ष से भाजपा की जिलामंत्री ज्योति मिश्रा समर्थकों के साथ पहुंच गई और चौकी में मौजूद पुलिसकर्मियों पर धर्मेद्र पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का दबाव बनाने लगीं। इसे लेकर उनकी कॉन्स्टेबल से कहासुनी हो गई और उन्होंने कॉन्स्टेबल को थप्पड़ जड़ दिया। ज्योति मिश्रा के समर्थकों ने भी कांस्टेबल के साथ मारपीट की। इस मामले में ज्योति मिश्रा, सरिता सिंह, बेटे, मोनू पंडित समेत 7 नामजद और 10-15 अज्ञात पर हत्या के प्रयास और बबाल करने की एफआईआर दर्ज कराई है।

अन्य पुलिसकर्मियों के साथ भी की मारपीट

कांस्टेबल विपिन का आरोप है कि उनके मोबाइल पर पौने 9 बजे फोन आया कि डिफेंस कॉलोनी में कुछ लोग झगड़ा कर रहे हैं। वह चीता मोबाइल पर कांस्टेबल दिनेश के साथ मौके पर पहुंचा तो देखा कि एक पक्ष को काफी चोट आयी है और एक युवक हॉस्पिटल में एडमिट है। जिस पर वह दूसरे पक्ष को पूछताछ के लिए चौकी पर लेकर आ गया। कुछ देर बाद मोनू पंडित, पिता राकेश मिश्रा, मोनू की बहन बीजेपी नेत्री ज्योति मिश्रा, राकेश पंडित, प्रदीप, सोनू व 10-12 अज्ञात लोग पहुंचे और हंगामा करने लगे। जब शांत होने के लिए कहा तो ज्योति मिश्रा और मोनू पंडित ने उसको थप्पड़ जड़ दिया। उसके बाद सभी ने मिलकर अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की और सरकारी काम में बाधा पहुंचायी। इस मामले में सभी आरोपियों पर एफआईआर दर्ज की गई है।

कॉन्स्टेबल पर लगाया आरोप

वहीं इस मामले में ज्योति मिश्रा ने कॉन्स्टेबल विपिन पर आरोप लगाया है कि वह दो पक्षों के झगड़े को लेकर चौकी पर गई थीं। वहां पर कॉन्स्टेबल विपिन ने उनके साथ बद्तमीजी की। जब उन्होंने विरोध किया तो कॉन्स्टेबल ने उन्हें थप्पड़ जड़ दिया। पुलिस ने इस मामले में एनसीआर दर्ज की है। वहीं फौजी की पत्‍‌नी सरिता सिंह का आरोप है कि 20 लड़के उनके घर के सामने आए और शराब पीकर हंगामा करने लगे। जब उन्होंने विरोध किया तो उनके साथ मारपीट की। वह किसी तरह छूटकर भागीं तो फिर से खींचकर मारपीट की और घर पर ईट-पत्थर फेंके। उसके बाद घर के सदस्य आए तो उनके साथ भी मारपीट की। जिसके बाद चौकी इंचार्ज को फोन कर मौके पर पुलिस बुलाई।