-चारों बच्चों की हालत नाजुक, चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया

-रंजिश में पड़ोस की युवती ने उठाया कदम, घर छोड़कर फरार

ALLAHABAD/KARARI (22 Aug): रंजिश बड़ों के कारनामे को लेकर थी। इसी के चलते उन्हें अपना दुश्मन भी मानने लगी थी। लेकिन, किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि वह गुस्सा उतारने के लिए मासूम बच्चों को चुनेगी। हकीकत सामने आई तो बच्चों की जान पर बन चुकी थी और परिवार के लोग सन्नाटे में थे। ऐसा करने वाली महिला गायब हो चुकी थी। चिल्ड्रेन हॉस्पिटल इलाहाबाद में भर्ती बच्चों की हालत बेहद नाजुक बताई गई है।

 

कौशांबी के करारी की घटना

घटना करारी थाना क्षेत्र के भटवरिया गांव की है। हॉस्पिटल में बच्चों की देखरेख करने के लिए मौजूद परिवार के सदस्यों ने बताया कि गांव का रहने वाला रामसहाय मार्च 2014 में पड़ोस की युवती को बहला-फुसला कर भगा ले गया था। उसके बाद से रामसहाय व युवती के परिवार के लोगों के बीच विवाद चल रहा था। आपसी मनमुटाव के डेढ़ साल बाद भी दोनों नहीं लौटे। युवती के परिजन मामले में रामसहाय के भाई लवकुश सिंह को भी दोषी मान रहे थे। दोनों परिवारों के बीच मनमुटाव था लेकिन इसका अंदेशा किसी को नहीं था कि यह किस हद तक जा सकता है। शुक्रवार की शाम युवती की बहन भानमती ने लवकुश की पुत्री रचना (7) व कमला देवी (3), पुत्र शिवकमल (4) व कमल सिंह (6 माह) को गुझिया खिलाई। भानमती की सोच से अनभिज्ञ बच्चों ने इसे बिना कुछ सोचे-समझे खा लिया। गुझिया खाने के बाद चारों की हालत बिगड़ने लगी। परिवार के लोगों ने बच्चों को तड़पते हुए देखा तो सन्नाटे में आ गए। आनन-फानन में उन्होंने सभी को जिला अस्पताल कौशांबी में भर्ती कराया। वहां चारों को जहर खिलाने की बात सामने आने पर परिवारवालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने तफ्तीश की तो पता चला कि भानमती ने उन्हें शनिवार की रात गुझिया खिलाई थी। आशंका जताई गई कि जहर उसी में मिला हुआ था। सूचना मिलने पर अपर पुलिस अधीक्षक ओपी पांडेय चिकित्सालय पहुंचे। वहीं दूसरी ओर चिकित्सकों ने चारों मासूमों को प्राथमिक उपचार के बाद इलाहाबाद के एसआरएन अस्पताल रेफर कर दिया।

 

महिला पुलिस को बुलाया

उधर अपर पुलिस अधीक्षक ओपी पांडेय के निर्देश पर महिला थाना प्रभारी सीमा सिंह व करारी थानाध्यक्ष विपिन कुमार त्रिवेदी ने गांव में आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी। पुलिस टीम के पहुंचने से पूर्व ही वह घर में ताला बंदकर गायब हो चुकी थी। थानाध्यक्ष करारी का कहना था कि बच्चों के परिजन भानमती पर जहर देने का आरोप लगा रहे हैं। जहर दिया गया है या गुझिया खाने के बाद फूड प्वाइज¨नग के कारण हालत बिगड़ी है, इसकी जांच की जा रही है। हॉस्पिटल से रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।