-कमीशनखोरी से तंग एक और कांट्रेक्टर ने किया आत्महत्या का प्रयास

-एसई से चीफ बने मुख्य अभियंता पर लगाया रिश्वतखोरी का आरोप

-विभाग के एमडी ने मामले का लिया संज्ञान, जांच बैठाई

Meerut: बिजली विभाग में कमीशनखोरी से तंग कांट्रेक्टर विशाल शर्मा द्वारा आत्मदाह का एक मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि एक ओर कांट्रेक्टर ने सोमवार को विभाग के जोन ऑफिस के सामने आत्महत्या का प्रयास कर हड़कंप मचा दिया। सुसाइड की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कांट्रेक्टर को गिरफ्तार कर लिया। उधर, विभाग में एमडी ने मामले को गंभीरता से लिया है।

क्या है मामला

बागपत स्थित बिराल निवासी गुरु चरण रुहेला बिजली विभाग में ठेकेदारी का काम करता है। गुरु चरण का आरोप है कि बागपत सर्किल ऑफिस में उसके पेमेंट की फाइल अटकी हुई, जिसको पास करने के लिए एसई पीके गोयल उससे दस प्रतिशत कमीशन मांग रहा है, जबकि मना करने पर उसमें बार-बार ऑब्जेक्शन लगा देता है।

चार साल से काट रहा है चक्कर

कांट्रेक्टर ने बताया कि फाइल पास कराने को लेकर वह पिछले चार साल से एसई ऑफिस से लेकर मेरठ स्थित ऊर्जा भवन के चक्कर काट रहा है, लेकिन उसकी कहीं भी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी।

आमरण अनशन भी कर चुका है

विभाग में चार से अटकी फाइल को लेकर पीडि़त गुरुचरण विभागीय दफ्तरों के सामने तीन बार आमरण अनशन तक कर चुका है। पीडि़त ने बताया कि पिछले छह माह में वह जहां दो बार एसई दफ्तर के सामने दो बार अनशन कर चुका है। वहीं पिछले माह उसके एमडी ऑफिस के सामने भी आमरण अनशन किया था, लेकिन विभागीय अधिकारियों की कार्य शैली में कोई बदलाव नहीं आया।

आत्मदाह की दी थी चेतावनी

विभागीय कमीशनखोरी से तंग आकर कांट्रेक्टर ने दो दिन पूर्व ही एसई बागपत के विरोध में आत्महत्या करने की चेतावनी दी थी, जिसके चलते सोमवार को सुबह से ही पुलिस ने जोन ऑफिस पर डेरा डाल लिया था।

सल्फास खाकर किया सुसाइड का प्रयास

विभाग की कारगुजारियों से तंग कांट्रेक्टर ने दोपहर करीब बारह बजे जोन ऑफिस पहुंचकर आत्महत्या का प्रयास किया। सल्फास की गोलियां लेकर पहुंचे पीडि़त ने जैसे ही गोली मुंह में डालनी चाही, तभी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

लग चुके हैं भ्रष्टाचार के आरोप

एसई से प्रमोट होकर चीफ इंजीनियर बने पीके गोयल पर लगा भ्रष्टाचार का आरोप कोई पहला आरोप नहीं है। मेरठ में एसई अर्बन के पद पर तैनाती के समय विभाग के इस अधिकारी पर बिंदल गारमेंट्स के यहां मीटर मामले को लेकर एक लाख की रिश्वत मांगने का आरोप लगा था ।

आरोपी करेंगे अपने मामले की जांच

एक ओर जहां बिजली विभाग के अधिकारियों पर आए दिन भ्रष्टाचार के नए-नए आरोप लग रहे हैं, वहीं विभाग के आला अधिकारियों का विवेक भी शायद जबाव दे गया है। तभी तो कांट्रेक्टर द्वारा किए गए आत्म हत्या के प्रयास मामले की जांच कमेटी में उस एसई को भी शामिल कर लिया। जिसके खिलाफ कांट्रेक्टर ने खुदखुशी का प्रयास किया।

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आरोपी एसई बन गए चीफ

एक ओर जहां एसई बागपत पीके गोयल पर रिश्वतखोरी को लेकर तमाम आरोप लग चुके हैं। वहीं दूसरी ओर विभाग ने उसी एसई को पुरस्कृत करते हुए प्रमोशन कर चीफ बना दिया। मजे की बात तो यह है कि जब पीडि़त कांट्रेक्टर एसई की शिकायत करने चीफ ऑफिस पहुंचा तो वही एसई उसका वहां चीफ की कुर्सी पर बैठा दिखाई दिया। यह देखकर पीडि़त ने अपने काम के बारे में पूछा, लेकिन आखिरी बार भी अफसर का नकारात्मक रूख देखकर उसने आत्महत्या का प्रयास किया।

जोन ऑफिस पर कांट्रेक्टर द्वारा आत्महत्या का प्रयास का मामला संज्ञान में आया है। मामला बहुत गंभीर है। पूरे प्रकरण की जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

विजय विश्वास पंत, एमडी, पीवीवीएनएल