- उन्नाव में हादसे के बाद एक ही परिवार के तीन लोगों की हो गई थी मौत, वृद्धा की इलाज के दौरान मौत पर भड़के तीमारदार

- हाथापाई के बाद जूनियर डॉक्टर्स ने तीमारदारों को बंधक बना कर पीटा

KANPUR: हैलट इमरजेंसी में जूनियर डॉक्टर्स ने बुधवार तड़के फिर से गुंडई की। उन्नाव में सड़क हादसे में घायल वृद्धा की मौत पर भड़के तीमारदारों को जमकर पीटा और महिलाओं से भी अभद्रता की। उन्नाव में हुए जिस सड़क हादसे में वृद्धा घायल हुई थी। उसी में वृद्धा के परिवार के तीन सदस्यों की पहले ही मौत हो चुकी थी। सर्जरी विभाग के जूनियर डॉक्टर्स ने तीमारदारों को इतना पीटा कि पुलिस को उनकी गिरफ्त से छुड़ाने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं बवाल के बाद सर्जरी और आर्थो विभाग के जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए। 10 घंटे तक चली हड़ताल में इलाज के अभाव में दो पेशेंट्स की मौत हो गई।

इलाज में देरी से वृद्धा की मौत पर भड़के थे परिजन

मूलरूप से शुक्लागंज निवासी सुरेंद्र कुमारी(75) मंगलवार देर रात सीतापुर से अपने परिवार के साथ कार से लौट रही थीं। उन्नाव में ही कार की एक ट्रक से भिड़ंत हो गई। जिसमें सुरेंद्र कुमारी की बेटी पूनम, दामाद संजय शुक्ला और रिश्तेदार रेखा अग्निहोत्री की मौके पर मौत हो गई थी। उन्नाव पुलिस ने इलाज के लिए सुरेंद्र कुमारी, नाती देवांश और बहू किरन अग्निहोत्री को इलाज के लिए हैलट भेजा था। सुरेंद्र कुमारी के पोते सत्यम का आरोप है कि देर रात जब घायल इमरजेंसी पहुंचे तो सर्जरी और आर्थो दोनों ही विभागों में कोई सीनियर डॉक्टर नहीं मिला। जूनियर डॉक्टर ने पहले आर्थो विभाग में सुरेंद्र कुमारी को काफी देर रखा। उसके बाद काफी देर तक सर्जरी विभाग में रखे रहे, लेकिन उनका इलाज शुरू नहीं किया। इसी बात को लेकर घर की एक महिला ने एक जूनियर डॉक्टर को तमाचा मार दिया। इसी दौरान सुरेद्र कुमारी की भी मौत हो गई तो परिजन भड़क गए। इस दौरान कई जूनियर डॉक्टर्स भी वहां पहुंच गए और तीमारदारों को इमरजेंसी के अंदर घसीट कर पीटना शुरू कर दिया।

ड़ताल में दो की मौत

तड़के चार बजे के करीब मारपीट के बाद सर्जरी और आर्थो विभाग के जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए। इमरजेंसी के अलावा सर्जरी और आर्थो विभाग के वार्डो से भी जूनियर डॉक्टर्स गायब रहे। वहीं सर्जरी की ओपीडी से भी कर्मचारियों ने कई मरीजों को भगा दिया। हड़ताल दोपहर 2 बजे तक चली। इस दौरान सर्जरी विभाग के एनओटी वार्ड में भर्ती घाटमपुर के राम गणेश की मौत हो गई। वार्ड-15 में भर्ती रानीघाट की सुमित्रा ने भी इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया।