ऐसा लगा मानो एक दूसरे के खून के प्यासे हों

जमकर हुई मारपीट, हवाई फायर भी किया

डर के मारे जान बचाकर भागे आम छात्र

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी कैम्पस में हास्टलर्स का गुंडाराज कायम होता दिख रहा है। अभी चंद दिनों पहले हुई बमबाजी का शोर थमा भी नहीं था कि कैम्पस के अन्दर और बाहर एक बार फिर हास्टलर्स ने कोहराम मचा कर रख दिया। थर्सडे को सौ से ज्यादा हास्टलर्स की चहलकदमी ने सनसनी मचा कर रख दी। जिनके आगे सेना के जवान तो नतमस्तक थे ही आम छात्र भी दुबके नजर आए।

कदमों की धमक ने ही बता दिया इरादा

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक थर्सडे को हिन्दी विभाग के आसपास आम दिनों की तरह ही छात्र छात्राएं अपने काम को निपटाने में मग्न थे। इस बीच दोनों ओर से आए सौ से ज्यादा हास्टलर्स के बीच हुई मारपीट से हंगामा मच गया। आसपास मौजूद छात्र डर के मारे किसी तरह से जान बचाकर भागे। मारपीट से पहले हास्टलर्स के कदमों की धमक से ऐसा लगा मानो सभी एक दूसरे के खून के प्यासे हों। उन्हें रोकने का साहस कैम्पस की सुरक्षा में तैनात पूर्व सैनिक भी नहीं कर सके।

एक-दूसरे को देख लेने की धमकी

उधर, घटना की जानकारी मिलते ही चीफ प्रॉक्टर प्रो। आरके उपाध्याय भी पुलिस फोर्स लेकर अपने दलबल के साथ मौके पर पहुंच गए। लेकिन उनके आने से पहले ही मारपीट में शामिल सभी छात्र भाग चुके थे। छात्र जिधर से आए थे उधर से ही भागे। इनमें एक आर्ट फैकल्टी कैम्पस के सामने स्थित हास्टल और दूसरे ग्रुप के छात्र छात्रसंघ भवन के पास मौजूद हास्टल के हैं। जाते-जाते छात्रसंघ भवन के पास मौजूद हास्टल के अन्त:वासियों ने हवाई फायर भी किया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को देख लेने की धमकी दी है।

पहले से ही ठनी हुई थी

यह घटना ऐसे समय घटी जब मारपीट से पहले ही चीफ प्रॉक्टर ने पूरे कैम्पस में सघन चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान उन्होंने स्टूडेंट्स के आई कार्ड चेक किए और जो भी अवैध रुप से घूमते पाए गए। उन्हें सख्त चेतावनी देकर बाहर का रास्ता दिखाया। घटनाक्रम की बावत प्रो। आरके उपाध्याय ने बताया कि कुछ दिनों पहले दोनों हास्टल के अन्त:वासियों के बीच आर्ट फैकल्टी में ही मारपीट हुई थी। जिसके बाद से दोनों पक्षों में ठनी हुई थी। थर्सडे को भी जब दोनों ने एक दूसरे को देखा तो आपस में उलझ गए।