-अराजकता के खिलाफ कार्यक्रम खुद अराजकता का शिकार हो गया

-अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आयोजन में भिड़े छात्र गुट

-घटना से मची भगदड़, दहशत का रहा माहौल

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की साइंस फैकल्टी में छुट्टी के दिन संडे को जमकर हंगामा मचा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की ओर से आयोजित कार्यक्रम में स्टूडेंट लीडर्स के कई गुट आपस में उलझ गए। बात बढ़ने पर घटना से तमतमाए एक हास्टल से जुड़े छात्रनेता ने फायरिंग भी कर दी। घटना की जानकारी पाकर भारी संख्या में पहुंचे पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर सभी को मौके पर से हटाया। घटना के बाद से तनाव की स्थिति बनी हुई है।

माइक पर बोलने को लेकर हुआ फसाद

संडे को एयू की साइंस फैकल्टी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से छात्र गर्जना नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम का उद्देश्य कैम्पस की अराजकता के खिलाफ छात्रों की आवाज को बुलंद करना था। कार्यक्रम अपने अन्तिम पड़ाव पर था कि इस बीच एक हास्टल विशेष से जुड़े छात्रनेता और उसके समर्थकों से कार्यक्रम में मौजूद छात्रों के दूसरे गुट से माइक पर सम्बोधन को लेकर कुछ बहस हो गई। बात इतनी बिगड़ी कि माइक पर बोलने से रोके जाने पर गुस्साए छात्रनेता और उसके समर्थकों ने दूसरे पक्ष को गालियां देनी शुरू कर दी। इस बीच दूसरे पक्ष को भी हावी होते देख पहले पक्ष से जुड़े छात्रों ने हवाई फायरिंग कर दी।

अफरातफरी का रहा माहौल

फायरिंग होते ही कार्यक्रम स्थल पर सैकड़ों की संख्या में मौजूद छात्रों में भगदड़ मच गई और बाकी छात्र इधर-उधर जान बचाने के लिए भागे। तकरीबन आधे घंटे तक मौके पर अफरातफरी का माहौल बना रहा। इस बीच घटना की जानकारी पाकर पुलिस और पीएसी के जवान भी भागकर मौके पर पहुंचे। कर्नलगंज इंस्पेक्टर एके निगम और सीओ नीति द्विवेदी के नेतृत्व में पहुंचे पुलिस बल ने स्टूडेट्स को खदेड़कर कैम्पस से बाहर का रास्ता दिखाया। पुलिस बल के खदेड़े जाने पर सैकड़ों की संख्या में छात्र सड़क पर आ गए। इससे सड़क पर भगदड़ जैसा माहौल बन गया और आसपास स्थित दुकानों के शटर भी गिरने शुरू हो गए।

बगैर परमिशन हो रहा था कार्यक्रम

घटना के दौरान बम चलने की भी बात कही जाती रही। हालांकि, बम चलने की बात आफिसर्स गलत बताते रहे। बताया जा रहा है कि विजयनगर हाल के सामने स्थित मैदान पर हुए कार्यक्रम की परमिशन भी एबीवीपी ने एयू एडमिनिस्ट्रेशन से नहीं ली थी। फिलहाल तो छात्र गुटों में आपस में ठनी हुई है और उन्होंने एक-दूसरे को देख लेने की धमकी दी है। उधर, साइंस फैकल्टी में माहौल बिगड़ने के बाद भी छात्रों का एक धड़ा ऐसा रहा, जिसमें पुलिस बल का खौफ नदारद रहा। आलम यह रहा कि भावी छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए लड़ने की तैयारी कर रहे एक छात्रनेता ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ घटना के तुरंत बाद साइंस फैकल्टी में जुलूस निकाला। लेकिन पुलिस के जवानों में उन्हें रोकने की हिम्मत नहीं हुई।

मेरे पास कार्यक्रम की कोई सूचना नहीं है। किसी ने मुझसे कोई परमिशन नहीं ली।

प्रोफेसर आरके उपाध्याय, चीफ प्रॉक्टर एयू

अगर कार्यक्रम की परमिशन ली जाती तो मुझे जरूर इसकी सूचना होती। फिलहाल तो मेरे पास इसकी कोई जानकारी नहीं है।

प्रोफेसर विजय कृष्ण, डीन साइंस एयू