घटना के बाद कई छात्रों का हो चुका है निष्कासन, फिर भी नहीं रूक रही छेड़खानी vikash.gupta@inext.co.in ALLAHABAD: बीएचयू में छात्रा के साथ छेड़छाड़ और बवाल को अभी देश भूल नहीं पाया है। वहीं इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में भी एक के बाद एक छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटनायें सामने आ रही हैं। छात्राओं को कैम्पस से लेकर सड़क तक अश्लील कमेंट और अभद्रता का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, एयू एडमिनिस्ट्रेशन इन घटनाओं को लेकर काफी सतर्कता दिखा रहा है और घटना की जानकारी मिलते ही आरोपियों के खिलाफ तत्काल निष्कासन की कार्रवाई भी कर रहा है। तैनात नहीं महिला सुरक्षा गार्ड मालूम हो कि विवि परिसर की सुरक्षा की जिम्मेदारी वर्तमान में पूर्व सैनिकों के पास है। लेकिन वे भी इन घटनाओं को रोक पाने में अक्षम साबित हो रहे हैं। विवि प्रशासन ने छेड़खानी जैसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए महिला सुरक्षा गार्डो की तैनाती का निर्णय भी लिया है। इस आशय का प्रस्ताव कुलपति प्रो। रतन लाल हांगलू के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है पर अभी तक इसे अमली जामा नहीं पहनाया जा सका है। बनाई गई दो महिला डिप्टी प्रॉक्टर विवि में छात्राओं की सुरक्षा और शिकायतों के निस्तारण के लिए चीफ प्रॉक्टर प्रो। राम सेवक दुबे ने प्रो। अर्चना चहल व डॉ। सरोज यादव को डिप्टी प्रॉक्टर बनाया है। विवि में यदि किसी छात्रा के साथ दु‌र्व्यवहार या छेड़खानी होती है या उन्हें कोई समस्या है तो वे सीधे प्रो। अर्चना चहल से मिलकर अपनी बात रख सकती है। डॉ। सरोज यादव को महिला कॉलेज परिसर का डिप्टी प्रॉक्टर बनाया गया है। कैंपस में वाहनों का प्रवेश क्यों? परिसर को हरा भरा करने के लिए हरियाली गुरु प्रो। एनबी सिंह भले दिन-रात एक किये हैं पर कैंपस में धड़ल्ले से दो पहिया और चार पहिया वाहन प्रवेश करते हैं। ऐसे में बाइक सवार मनचले छात्राओं को छेड़छाड़ का शिकार बनाने में आसानी से सफल हो जाते हैं। पूर्व में छात्राओं ने कैंपस में वाहनों के प्रवेश पर रोक की मांग की थी। पूर्व चीफ प्रॉक्टर प्रो। माता अम्बर तिवारी के कार्यकाल में शिक्षकों के वाहनों को भी कैम्पस में प्रवेश प्रतिबन्धित था। उस समय वीसी प्रो। एके सिंह थे। केस-1 सिविल लाइंस तक किया पीछा 24 नवम्बर को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर प्रो। आरएस दुबे ने दो छात्रों के निष्कासन की संस्तुति कुलपति से की। इनमें बीए तृतीय वर्ष के चन्द्रेश सिंह पुत्र अर्जुन सिंह एवं अनिल कुमार पुत्र महेन्द्र प्रसाद शामिल हैं। दोनो ही केपीयूसी छात्रावास के अन्त:वासी हैं। इनपर आरोप है कि 22 नवम्बर को एक छात्रा ने शिकायत करके आरोप लगाया है कि दोनों कैम्पस में कई दिनो से उसका पीछा कर रहे हैं। 16 नवम्बर को आरोपियों ने कैम्पस से लेकर सिविल लाइंस तक उसका पीछा किया। यही नहीं छात्रसंघ भवन पर छात्रा के साथ झगड़ा भी हुआ था। इन्हें बीए प्रथम वर्ष के छात्र ऋषभ द्विवेदी ने रोका तो उसे मारापीटा गया। दोनों आरोपियों को पिता संग 05 दिसम्बर को उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने के लिये कहा गया है। केस-2 लॉ डिपार्टमेंट में छात्राओं पर कमेंट 20 नवम्बर को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के लॉ डिपार्टमेंट में न्यू एकेडमिक सेशन में एडमिशन लेने वाले एलएलबी के कई छात्रों के साथ रैगिंग की सूचना मिली। पता चला कि सीनियर छात्र जूनियर छात्रों को क्लासेस के बाद मुर्गा बना रहे हैं। छात्राओं पर अश्लील कमेंट भी करवा रहे हैं और अभद्र भाषा का प्रयोग भी कर रहे हैं। मामला प्रकाश में आने के बाद विवि की पांच सदस्यीय कमेटी में शामिल सहायक कुलानुशासक डॉ। शैलेंद्र कुमार मिश्र, डॉ। अंशुमान मिश्र, डॉ। अभिषेक कुमार, डॉ। ज्ञानचंद्र यादव और डॉ। अश्वजीत चौधरी को घटनाक्रम को जांचने के लिये कहा गया। केस-3 साथ दोगी तो चप्पल चप्पल मारेंगे 26 अक्टूबर को चीफ प्रॉक्टर को दिए गए शिकायती पत्र में छात्राओं ने कहा कि सुधाकर यादव पुत्र विजय बहादुर यादव विवि में एमए प्रथम वर्ष का छात्र है। वह आए दिन अपने दोस्तों के साथ मिलकर छात्राओं के साथ छेड़खानी करता है। सुधाकर अपने दोस्तों के साथ पिछले कई दिनों से कैंपस में बाइक से पीछा कर रहा था। इस दौरान अश्लील कमेंट किए गए और हद तो तब हो गई जब हाथ पकड़ने की भी कोशिश की गई। आरोप लगाया कि एफसीआई भवन में एलएलटी तृतीय में संचालित हो रही कक्षाओं के दौरान सुधाकर ने बाहर से दरवाजा बंद कर दिया। इससे क्लास में शिक्षक और छात्र-छात्राएं काफी देर तक फंसे रहे। छात्राओं के विरोध करने पर साथ चल रही छात्राओं को धमकी दी कि साथ दोगी तो चप्पल मारेंगे। चीफ प्रॉक्टर ने तत्काल प्रभाव से आरोपी को निष्कासित कर दिया। केस-4 प्राचीन इतिहास के छात्र को निकाला 26 सितम्बर को बीए द्वितीय वर्ष के छात्र सत्यम सूर्यवंशी ने प्राचीन इतिहास विभाग के पीछे बीए तृतीय वर्ष की छात्रा के साथ छेड़खानी की थी। छात्रा के विरोध पर उसके साथ दु‌र्व्यवहार किया। आहत छात्रा ने चीफ प्रॉक्टर से शिकायत की। छात्रा ने बताया कि उसे गंदी गंदी गालियां दी गई। शिकायत के बाद सत्यम को विश्वविद्यालय से निष्कासित कर दिया गया था। कैम्पस में होगी नई सिक्योरिटी छात्राओं की सुरक्षा को लेकर विवि प्रशासन मुस्तैद है। महिला गार्डो की तैनाती अभी नहीं की जा सकी है। हां, सिक्योरिटी कमेटी जल्द ही नई सिक्योरिटी को कैम्पस में तैनात करने पर निर्णय लेगी। पूर्व सैनिकों की सेवा का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। कैम्पस में अध्यापकों को छोड़कर किसी का भी वाहन प्रतिबन्धित है। मंडे को तीन लड़कों को बाइक से घूमते परिसर में पकड़ा गया। इन्हें लिखित माफीनामा देने के बाद छोड़ा गया है। प्रो। राम सेवक दुबे, चीफ प्रॉक्टर इविवि