चंडीगढ़ निवासी कार मालिक लखन कपूर ही चला रहा था कार

पुलिस ने हादसे के करीब दो माह बाद किया गिरफ्तार

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने उजागर किया था मामला

देहरादून

आईएमए के सामने ऑडी कार की टक्कर से बाइक सवार की मौत मामले में दो माह बाद आखिरकार कार चला रहे युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. कार चला रहा युवक चंडीगढ का रहने वाला है. वही ऑडी कार का मालिक भी है. इस मामले पर शुरूआत में पुलिस ने समझौते का कफन डाल दिया था. मामले की गहराई तक पड़ताल कर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पुलिस के समझौते का कफन, ऑडी से टकराकर मौत दफन शीर्षक से खबर प्रकाशित की तो पुलिस मुख्यालय के इंटरफेयर के बाद एफआईआर दर्ज हुई थी.

कैंट थाना पुलिस ने बताया कि 4 अप्रैल की रात ऑडी कार नंबर सीएच 01 बीक्यू0555 के चालक लखन कपूर पुत्र राजन कपूर निवासी मकान नं. 1280 सेक्टर 15 चडीगढ़ को तेज गति एवं लापरवाही से गाडी चलाते हुए बाइक सवार विशाल कुमार को टक्कर मार दी थी. हादसे में बाइक चालक विशाल की मौत हो गई थी. इस मामले में 20 अप्रैल को पंडितवाडी चौकी इंचार्ज अरविंद कुमार की तरफ से कार नंबर के आधार पर चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी.

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने खोली थी खेल की पोल:

4 अप्रैल को सरेराह आईएमए गेट के सामने हादसा हुआ और विशाल की मौत हो गई थी. बावजूद इसके पुलिस ने केस पर समझौते का कफन डाल कर केस रफादफा कर दिया था. दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने मामले की पड़ताल की तो पता चला कि केस में पुलिस जानबूझकर मामले को दबाने का प्रयास किया. शहर के कुछ नामचीन लोगों ने भी कार चालक के पिता के रसूख के चलते मामले में पुलिस पर दबाव बनाया था. दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने 17 अप्रैल को पुलिस की सैटिंग से दबाए गए मामले की खबर प्रकाशित की थी. खबर पुलिस मुख्यालय ने संज्ञान लिया और डीजी अशोक कुमार के आदेश पर 20 मई को कैंट थाने में पंडितवाड़ी चौकी इंचार्ज की तरफ से एफआईआर दर्ज कराई गई थी.

पुलिस ढूंढती रही, आरोपी दुबई घूम आया:

एक्सीडेंट करने वाली कार को तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज होने के तीन दिन बाद ही पकड़ लिया था, लेकिन कार ओनर लखन कपूर नहीं आया था. पुलिस का दावा था कि उसकी तलाश में टीम चंडीगढ़ भी भेजी गई, लेकिन जानकारी मिली कि वह दुबई गया है. पुलिस उसके लौटने का इंतजार करती रही. हाल ही में उसके लौटने पर थर्सडे नाइट में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.