- 15 से 18 करोड़ रुपए तकरीबन

सिटी स्टेशन की हर माह कमाई

- 7 करोड़ रुपये का आंकड़ा रह गया हादसों के कारण

- 10 दिन से अधिक प्रभावित रहा रेल मार्ग, रद रही दर्जनों ट्रेनें

- 7 दिन से अधिक बाधित दिल्ली देहरादून मार्ग

- 1731 से अधिक रिजर्वेशन हो गए कैंसिल

- 15 दिनों में सबसे ज्यादा कैंसिल हो गए रिजर्वेशन

- 30 से 35 हजार यात्री हर माह करते हैं रिजर्वेशन

- 11 हजार भी नहीं पहुंच सका है कि इस माह का आंकड़ा

नवीन सिंह

आई एक्सक्लूसिव

मेरठ। कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस हादसा, औरेया ट्रेन हादसा उसके बाद अब हरियाणा पंजाब हिंसा के कारण अगस्त माह में रेलवे का बजट पटरी से उतर गया। हर माह करीब 15 से 18 करोड़ रुपए की आय अर्जित करने वाले रेलवे विभाग की इस माह कमाई घटकर अभी तक 7 करोड़ का आंकड़ा भी पार नही कर पाई है और माह खत्म होने में मात्र तीन दिन से भी कम समय रह गया है। ऐसे में यदि हरियाणा हिंसा के बाद रुका हुआ मार्ग जल्द सुचारु ना हुआ तो रेलवे का घाटा आधे से भी कम हो जाएगा।

बाधित रहा दिल्ली देहरादून मार्ग

इस माह में दिल्ली देहरादून मार्ग पर सबसे अधिक रेल यातायात बाधित रहा है। खतौली उत्कल हादसे के बाद करीब तीन दिन तक मार्ग बंद रहा। उसके बाद हरियाणा हिंसा के चलते तीन दिन से मार्ग पर अधिकतर ट्रेनों का संचालन बंद है। इसके अलावा औरया हादसे के चलते दो दिन तक संगम एक्सप्रेस प्रभावित रही थी।

15 दिनों में पड़ा असर

रेलवे के रिजर्वेशन काउंटर के आंकडों के अनुसार पिछले 15 दिनों में करीब 1731 के करीब विभिन्न ट्रेनों के रिजर्वेशन कैंसिल हुए। इनमें अधिकतर एक्सप्रेस और सुपरफॉस्ट ट्रेनों के रिजर्वेशन रहे। वहीं पैसेंजर व डेली ट्रेनों के रद होने से भी रेलवे को काफी नुकसान रहा।

70 फीसदी यात्री कम

हादसों के कारण मेरठ से रिजर्वेशन कराने वाले यात्रियों की संख्या में 70 प्रतिशत से अधिक की कमी रही। हर माह करीब 30 से 35 हजार की संख्या में मेरठ से रिजर्वेशन कराकर यात्रा करते हैं ऐसे में अगस्त माह में यह आंकड़ा अभी 11 हजार भी पार नही कर सका है।

गत 15 दिनों का हाल

ट्रेन कैंसिल

- गोल्डन टैंपल 182

- छत्तीसगढ़ 52

- दिल्ली अंबाला 341

- कोच्चीवली 93

- 19020 देहरादून 191

- योगा एक्सप्रेस 74

- शालीमार 317

- अमृतसर इंदौर 86

- देहरा- बादा 127

- उत्कल एक्सप्रेस 81

- जालंधर एक्सप्रेस 385

वर्जन-

इस माह अधिकतर ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा है। पूरा मार्ग दुर्घटना और हिंसा के कारण रेलवे को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। यात्रियों की संख्या काफी कम रही है इसलिए नुकसान अधिक है।

- आरपी शर्मा, स्टेशन अधीक्षक

वर्जन

इस पूरे माह काम लगभग ना के बराबर हुआ है। पहले लाइसेंस के कारण वेंडर सेवा समाप्त कर दी गई उसके बाद ट्रेन हादसों ने नुकसान किया हुआ है।

- जसवीर, वेंडर

लाइसेंस प्रक्रिया के कारण अगस्त माह के शुरुआत में ही वेंडरों का काम बंद हो गया था। बाद में जिनका लाइसेंस जारी भी हुआ वे ट्रेन रद होने के कारण नुकसान झेल रहे हैं।

- विजयपाल

इस माह धंधा केवल शाम के समय हो रहा है। सुबह के समय काफी ट्रेंने इस माह रद चल रही हैं। जिस कारण से शाम को ही कमाई सिमट गई है।

- हरीश

सबसे अधिक नुकसान वेंडर्स का लाइसेंस रद होने के कारण हुआ है। ट्रेन हादसे से यदि 10 प्रतिशत नुकसान हुआ है तो लाइसेंस ना होने के कारण अधिकतर वेंडर्स इस माह काम नही कर पाए।

- धर्मपाल

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इंसेट

हेडिंग- तीसरे दिन भी ट्रेनें रद, आज से संचालन की उम्मीद

- 75 ट्रेनों का सिटी स्टेशन से होता है संचालन

- 28 ट्रेनों का हो पा रहा है संचालन

- 1,25,000 यात्री तकरीबन करते हैं ट्रेन से आवागमन

- 47 ट्रेनों का नहीं हो पा रहा है संचालन

मेरठ। हरियाणा हिंसा के तीसरे दिन भी रेल व सड़क परिवहन बाधित रहा। लगतार तीसरे दिन दिल्ली से पंजाब व हरियाणा जाने वाली सभी ट्रेनें रद रही जिसके कारण स्टेशन पर सन्नाटा पसरा रहा। दिल्ली से देहरादून तक ट्रेनों का संचालन जारी रहा। वहीं दिल्ली, हरियाणा मार्ग पर भी रोडवेज बसों में भी यात्रियों का लोड काफी कम रहा।

महज 28 ट्रेनों का संचालन

मेरठ सिटी स्टेशन से करीब 75 ट्रेनों का अप डाउन होता है। इन ट्रेनों से करीब सवा लाख यात्री रोजाना मेरठ से सफर करते हैं। लेकिन हरियाणा पं जाब में हिंसा के कारण करीब 47 ट्रेनों के पहिए थम गए। स्टेशन अधीक्षक आर पी शर्मा ने बताया कि हरियाणा का माहौल धीरे धीरे सामान्य हो रहा है संभवत: सोमवार से ट्रेनों का संचालन सामान्य हो जाएगा।

ये ट्रेनें रही रद-

- गोल्डन टैंपल

- उधमपुर- आनंद विहार

- अमृतसर- इंदौर

- शालीमार एक्सप्रेस

- छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस

- मेरठ- अंबाला

- कालका - दिल्ली पैसेंजर

- अंबाला- दिल्ली ईएमयू

- अंबाला- दिल्ली एक्सप्रेस

- उत्कल एक्सप्रेस