मेलबॉर्न (पीटीआई)। ऑस्ट्रेलिया ने गुरुवार को अपने उन नागरिकों के प्रवेश पर दो साल के लिए प्रतिबंध की घोषणा की है, जो इस्लामिक स्टेट के साथ लड़ने या उनका समर्थन करने के लिए इराक या सीरिया गए थे और अब उस आतंकी समूह के पतन के बाद वापस देश में लौटना चाहते हैं। ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने संसद में कानून में संशोधन के लिए एक विधेयक पेश किया। यह कदम तब उठाया गया है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और अन्य यूरोपीय सहयोगियों को आईएस के साथ लड़ने वाले उनके देश के नागरिकों को बुलाकर उनपर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।

कानून तोड़ने पर दो साल की जेल

गृह मंत्री पीटर डटन ने कहा कि 2012 के बाद इस्लामिक चरमपंथियों से लड़ने या उनका समर्थन करने के लिए 230 से अधिक ऑस्ट्रेलियाई लोग सीरिया या इराक गए थे लेकिन उनमें से कई इस्लामिक स्टेट की शक्ति घटने के बाद अब घर लौटने की कोशिश कर रहे हैं। डटन ने निचले सदन में बिल पेश करते हुए कहा, 'सरकार इन लोगों से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है, हम उन्हें अपने देश से दूर रखने की पूरी कोशिश करेंगे। यह हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल है, हम उन ऑस्ट्रेलियाई लोगों से निपटेंगे, जो इराक और सीरिया में आतंकी संगठन का साथ देने के लिए गए थे। इसलिए हम एक ऐसा कानून लेकर आये हैं, जो आतंकियों के साथ लड़ाई करने वाले ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को देश में घुसने से रोकेगा।' इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि अगर जो भी व्यक्ति इस कानून का पालन नहीं करता है और गैर-कानूनी तरीके से देश में घुसने की कोशिश करता है तो उसे 2 साल तक की जेल हो सकती है।

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